India-Canada Row: कनाडा में वरिष्ठ भारतीय राजनयिक रहे संजय वर्मा ने कहा कि कनाडा ने यह टिप्पणी कर एक तरह से पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है.
India-Canada Row: कनाडा में वरिष्ठ भारतीय राजनयिक रहे संजय वर्मा ने कनाडा पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा की तरफ से की गई टिप्पणी पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कनाडा ने यह टिप्पणी कर एक तरह से पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है.
केवल पांच अनुरोधों का किया गया समाधान
संजय वर्मा ने कनाडा पर खालिस्तानी आतंकियों को शरण देने का भी आरोप लगाया. जस्टिन ट्रूडो सरकार के फैसले के कारण दोनों देशों के बीच विवाद खड़ा हो गया है. इसके बाद भारत ने अपने वरिष्ठ राजनयिकों को वापस बुला लिया, जिनमें राजदूत संजय वर्मा भी शामिल थे. भारत वापस लौटने के बाद उन्होंने कहा कि खालिस्तानी आतंकियों के प्रत्यर्पण के लिए कनाडा को भेजे गए 26 अनुरोधों में से ओटावा ने केवल पांच का समाधान किया है और बाकी अधर में लटके हुए हैं. उन्होंने ओटावा पर खालिस्तानी समर्थकों की गतिविधियों को रोकने के लिए कुछ भी नहीं करने का आरोप लगाया, जो भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर करना चाहते हैं.
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा ?
विदेश मंत्रालय ने हाल में ही कहा है कि 26 प्रत्यर्पण अनुरोध उन लोगों के लिए हैं जिन पर भारत में आतंक और संबंधित अपराधों का आरोप लगाया गया है. भारत ने पारस्परिक कानूनी सहायता संधि के तहत कई आरोपियों की अनंतिम गिरफ्तारी की भी मांग की है, जो कनाडा के पास लंबित है. मंत्रालय द्वारा नामित लोगों में गुरजीत सिंह, गुरजिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, लखबीर सिंह लंडा और अर्शदीप सिंह गिल शामिल हैं. बता दें कि भारत द्वारा आतंकी घोषित किए गए हरदीप सिंह निज्जर की पिछले साल 18 जून को कनाडाई प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
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