27 Jan 2024
बिहार की सियासी हलचल के बीच अब RJD ने बड़ा दावा कर दिया है। दरअसल, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि, “आसानी से तख्तापलट नहीं होने देंगे और इतनी आसानी से दोबारा ताजपोशी नहीं होने देंगे।” इन सबके बीच RJD ने इस सियासी संकट से निपटने के लिए आज दोपहर को अपनी सरकारी आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है । वहीं, राबड़ी आवास पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को भी बुलाया गया था ।
शिवानंद तिवारी भी हैं नाराज
वहीं, दूसरी तरफ RJD उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रवैये से नाराज दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से मिलने का समय मांगा था, लेकिन अभी तक मिले नहीं हैं। हमने मुख्यमंत्री से ये भी कहा कि, क्या बात है, मेरे लिये समय नहीं है। इस पर उन्होंने कहा कि आज बताते हैं। उन्होंने कहा कि मालूम नहीं नीतीश कुमार इतिहास में किस तरह से नाम दर्ज करवाएंगे।’
नीतीश ने लालू को भी किया नजरअंदाज
सीएम नीतीश के पाला बदलने की खबरों के बीच RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बेचैन नजर आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक लालू ने नीतीश को करीब 5 बार फोन किया था, लेकिन नीतीश ने लालू का फोन नहीं उठाया। जिससे नीतीश ने साफ संदेश दे दिया है कि, वो बीजेपी के साथ जाने वाले हैं।
कांग्रेस का बयान
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा है कि हम किसी भी हालात के लिए तैयार हैं। पहले भी विधायकों को तोड़ने की कोशिश की गई है। जानकारी के मुताबिक बीजेपी और नीतीश कुमार में डील फाइनल हो चुकी है। बीजेपी नीतीश को दोबारा गले लगाने की तैयारी में है, लेकिन सियासी संकट के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी बयान वायरल हो रहा है। शाह ने हाल ही में कहा था कि, “नीतीश कुमार के लिए दरवाजे हमेशा के लिए बंद हैं।”
बिहार विधानसभा का गुणा-भाग
बिहार विधानसभा में 243 सदस्यों में बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 122 विधायकों का है। ऐसे में RJD 79 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है तो वहीं बीजेपी 78 विधायकों के साथ दूसरे नंबर पर है। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 45 विधायकों के साथ तीसरे नंबर की पार्टी है। जबकि कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक हैं। यानि वर्तमान महागठबंधन में जदयू को अलग मान कर देखें तो विधायकों की संख्या यानि कुल सदस्य संख्या 114 पहुंचती है जो बहुमत के लिए जरूरी आंकड़े से 8 कम है।