Unique Device: बिट्स पिलानी के छात्रों ने एक ऐसी डिवाइस बनाई है, जो रोग पैदा करने वाले रोगाणुओं का तेजी से और ज्यादा आसानी से पता लगाएगी.
Unique Device: बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के हैदराबाद कैंपस में रिसर्च स्टूडैंट ने एक ऐसी डिवाइस बनाई है, जो रोग पैदा करने वाले रोगाणुओं का तेजी से और ज्यादा आसानी से पता लगाएगी. इस डिवाइस से आम लोगों को काफी फायदा होगा. कोविड-19 महामारी के दौरान सबसे बड़ी परेशानी आरटी पीसीआर परीक्षण बन गई थी. कई ऐसे मामले थे जहां आरटी पीसीआर टेस्ट में दो दिन का समय लग जाता था. लेकिन इस डिवाइस से बेहद ही कम समय में आरटी पीसीआर टेस्ट हो जाएगा.
टेस्ट करने में लगने वाले समय को कर देगी कम
वैज्ञानिकों के मुताबिक यह डिवाइस सैंपल का टेस्ट करने में लगने वाले समय को बहुत कम कर देगी. आरटी पीसीआर टेस्ट 2-3 मिनट या 10 मिनट या उससे भी कम समय में हो जाएगा. प्रो. सतीश कुमार दुबे ने कहा कि मूल रूप से सभी बाजार उपकरण बेंच-टॉप उपकरण और समय लेने वाले हैं. बाजार के डिवाइसों में दो प्रमुख आवश्यकताएं हैं. उस सैंपल को कई प्रोसेस से गुजरना पड़ता है, जिसमें समय लगता है और कुशल ऑपरेटरों की भी मांग होती है.
इन बीमारियों को ठीक करने में मिलेगी मदद
वैज्ञानिकों ने कहा कि इस डिवाइस की अभी टेस्टिंग चल रही है. वैज्ञानिकों की टीम को उम्मीद है कि यह जल्द ही इस्तेमाल के लिए बाजारों में उपलब्ध हो जाएगी. इस डिवाइस से निमोनिया और सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी बीमारियों के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है. इससे डॉक्टरों को इलाज करने के लिए समय भी ज्यादा मिलेगा. बता दें कि इस डिवाइस को बनाने वाली टीम के रिसर्च हाल ही में एक मशहूर साइंस मैग्जीन में भी छपे थे.
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