27 Jan 2024
महाराष्ट्र में आरक्षण को लेकर किए जा रहे आंदोलन को खत्म कर दिया गया है । महाराष्ट्र सरकार ने आरक्षण के संबंध में मनोज जरांगे के द्वारा की गई सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है और इसको लेकर एक अध्यादेश भी जारी कर दिया गया है । मनोज जरांगे आज लाखों लोगों के साथ इस आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए मुंबई में घुसने वाले थे, लेकिन रात को ही मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा और मंत्री दीपक केसरकर ने आरक्षण को लेकर राजपत्र सौंप दिया । बता दें कि, मनोज जरांगे से मिलने खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पहुंचे थे । मुख्यमंत्री ने मनोज जरांगे को जूस पिलाकर उनके अनशन को खत्म करवा दिया था ।
क्या है मनोज जरांगे की मांग
वहीं, मनोज जरांगे ने इस मामले को लेकर कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे ने अच्छा काम किया है। हमारा विरोध अब खत्म हो गया है। हमारी मांगों को मान लिया गया है। हम सरकार का पत्र स्वीकार करेंगे। आपको बता दें कि, मनोज जरांगे की मांग है कि मराठा समुदाय के लोगों के लिए ओबीसी के तहत सरकारी नौकरी और शिक्षा मिले और मराठा समुदाय को फुलप्रूफ आरक्षण मिले।
उन्होंने कहा था कि मराठों को आरक्षण का लाभ जब तक नहीं मिल जाता, तब तक वो अपने घर नहीं जाएंगे। उन्होंने ये भी कहा था कि आरक्षण आंदोलनकारियों के खिलाफ दर्ज अपराधों को रद्द करने के लिए एक तारीख तय किया जाए । जरांगे ने ये भी मांग रखी थी कि महाराष्ट्र सरकार मराठा समुदाय के आर्थिक और सामाजिक पिछड़ेपन के सर्वेक्षण के लिए राशि दे ।