25 Jan 2024
उज्जैन से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए। एक पक्ष ने सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति को हटाने के लिए उस पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। पुलिस अधिकारी के मुताबिक घटना के बाद पूरे मामले में माकड़ौन थाना प्रभारी की बड़ी लापरवाही सामने आई है। हालांकि लापरवाही के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है। जबकि इस घटना में माकड़ौन थाने के सब इंस्पेक्टर भी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है।
जाने क्यों हुआ विवाद
माकड़ौन के मंडी गेट और बस स्टैंड के पास एक विवादित जमीन है। जहां पर एक पक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाना चाहता है तो दूसरा पक्ष लौह पुरुष सरदार पटेल की प्रतिमा लगाना चाहते है। आज सुबह उस समय विवाद हो गया, जब क्षेत्र के लोगों को पता चला कि कुछ लोगों ने यहां पर सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा लगा दी है। जब लोग पहुंचे तो इस जगह पर सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति लगी हुई थी। जिसे देखकर लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने मूर्ति को तोड़ दिया,साथ ही मूर्ती पर ट्रैक्टर चला दिया। अचानक से दोनों ही पक्ष आमने-सामने आ गए। कुछ देर पथराव और लाठियां भी चलीं। उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों पर भी हमला कर दिया। कुछ गाड़ियां को जलाया और कई दुकानों में पथराव भी किया गया। हालांकि मौके पर पुलिस बल को तैनात किया गया है।
घटनास्थल पर पुलिस तैनात
थाना माकड़ौन क्षेत्र में दो पक्षों में विवाद की जानकरी मिलते ही पुलिस अधिकारी माकड़ौन पहुंचे। दोनों पक्षों से घटना की जानकारी ली। जिसमें एक पक्ष ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा गिराने का आरोप लगाया। उनकी मांग है कि सरदार पटेल की प्रतिमा के स्थान पर बाबा अंबेडकर की प्रतिमा लगाई जाए। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने दोनों पक्षों से बात कर समझौता कराया। हालांकि इस समय माहौल सामान्य है। दोनों पक्षों की बतायी गई घटना को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी गई है।