25 Jan 2024
गुरुवार को जस्टिस पीबी वराले ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली। बता दें सुप्रीम कोर्ट में आयोजित एक कार्यक्रम में न्यायमूर्ति वराले को पद की शपथ दिलाई गई। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने पीबी वराले को शपथ दिलाई। जिसमें और भी न्यायाधीशों और बार के सदस्यों ने हिस्सा लिया। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने वराले को भारत के सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की थी।
सुप्रीम कोर्ट में एक पद था खाली
शीर्ष अदालत के जस्टिस बीआर गवई और सीटी रविकुमार भी अनुसूचित जाति से हैं। इस महिने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट कलेजियम ने जस्टिस वराले के नाम की सिफारिश की थी। सिफारिश के एक हफ्ते के अंदर ही उनकी नियुक्ति कर दी गई है। पीबी वराले इससे पहले अनुसूचित जाति से संबंधित हाई कोर्ट के बड़े जज थे। साथ ही देशभर के हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों में अनुसूचित जाति के एक मुख्य जज भी थे। न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार के अलावा वो दलित समुदाय से सुप्रीम कोर्ट के तीसरे न्यायाधीश होंगे ।
कौन हैं जस्टिस पीबी वराले
जस्टिस वराले कर्नाटक के रहने वाले हैं । उनका जन्म कर्नाटक के निपानी में 1961 में हुआ था। उन्होंने लॉ की पढ़ाई के बाद 1985 में वकालत शुरू की थी। अलग-अलग जगहों पर काम करने के बाद उन्हें 2008 में बॉम्बे हाई कोर्ट में नियुक्ति मिली थी। इसके बाद अक्टूबर 2022 में वो कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे।