Vijayadashami 2024: मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने महाराष्ट्र के नागपूर स्थित RSS के मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
Vijayadashami 2024: देशभर में शनिवार को दशहरे (Dussehra) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. दशहरे के खास मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने महाराष्ट्र के नागपूर स्थित RSS के मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
अपने संबोधन में उन्होंने कई मुद्दों, पश्चिम बंगाल में ट्रेनी डॉक्टर (Kolkata Doctor Case) के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना के साथ-साथ बांग्लादेश में तख्तापलट (Bangladesh Coup) के बाद हिंदू अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों का जिक्र किया.
‘डीप स्टेट सांस्कृतिक परम्पराओं के दुश्मन’
महाराष्ट्र के नागपूर स्थित RSS के मुख्यालय पर पहले RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत और मुख्य अतिथि पद्म भूषण डॉ. के. राधाकृष्णन ने शस्त्र पूजन किया. मोहन भागवत और डॉ. के. राधाकृष्णन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि डीप स्टेट , वोकिजम और कल्चरल मार्क्सिस्ट आजकल चर्चा में हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन, वास्तव में यह सभी सांस्कृतिक परम्पराओं के घोषित दुश्मन हैं. समाजिक तंत्र और संस्थानों को अपने प्रभाव में लेकर समाजिक का विचार, संस्कार और आस्था को नष्ट करना इस कार्यप्रणाली का प्रथम चरण है.
उन्होंने दावा किया कि यह तंत्र असंतोष को हवा देकर उन्हें समाज से अलग, व्यवस्था के खिलाफ और उग्र बनाता है. समाज में टकराव की सम्भावनाओं को सामने लाया जाता है.
‘हिंदू समाज पर अत्याचार हुआ’
मोहन भागवत ने आगे कहा कि बांग्लादेश में जो हिंसक तख्तापलट हुआ, वह बांग्लादेश के स्थानीय कारण का एक पहलू है. उन्होंने बांग्लादेशी हिंदुओं पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदू समाज पर अत्याचारों की परंपरा को फिर से दोहराया गया.
उन्होंने आगे कहा कि अत्याचारों के खिलाफ जब हिंदु समाज इस बार संगठित हुआ तो थोड़ा बचाव हुआ. उन्होंने दावा किया कि जब तक यह अत्याचारी कट्टरपंथी स्वभाव मौजूद है, तब तक बांग्लादेश के हिंदुओं सहित सभी अल्पसंख्यक समुदायों के सिर पर खतरे की तलवार लटकी रहेगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि इससे भारत में होने वाली अवैध घुसपैठ के कारण जनसंख्या असंतुलन देश में सामान्य जनों में भी गंभीर चिंता का विषय बना है.
‘अपराधियों को संरक्षण देने प्रयास’
RSS चीफ ने कहा कि अवैध घुसपैठ से देश में आपसी सद्भाव और सुरक्षा पर प्रश्न चिह्न लगते हैं. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के लिए भारत सरकार तथा विश्वभर के हिंदुओं की जरूरत होगी, लेकिन बात यहीं नहीं खत्म होती.
उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश के पाकिस्तान से मिलने की बात हो रही है. उन्होंने पश्चिम बंगाल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि संस्कार क्षय के कारण हमारे देश में दुष्कर्म जैसी घटनाओं का मातृशक्ति को कई जगह सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि कोलकाता के आरजी. कर अस्पताल में घटी घटना सारे समाज को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटनाओं में एक है. उन्होंने दावा किया कि जघन्य पाप होंने के बाद भी अपराधियों को संरक्षण देने के घृणास्पद प्रयास हुआ.
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‘हिंसा पर उतर जाना गुंडागर्दी’
इसके अलावा सरसंघचालक ने कहा कि हिंसा पर उतर जाना गुंडागर्दी है. हिंसा को उकसाने के प्रयास होते हैं. इसे डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर ने अराजकता का व्याकरण बताया.
उन्होंने कहा शोभायात्राओं पर अकारण पथराव इसी व्याकरण का उदाहरण है. ऐसी घटनाओं को होने नहीं देना, अगर होती हैं तो तुरंत नियंत्रित करना और उपद्रवियों को जल्द से जल्द दंडित करना यह प्रशासन का काम है.
उन्होंने कहा कि हमारे संकल्प की परीक्षा ले रही भयावह साजिशें और भारत को अस्थिर करने के प्रयास जोर पकड़ रहे हैं. इजराइल-हमास युद्ध चिंता का विषय है.
उन्होंने यह भी कहा कि सभी को लगता है कि भारत पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुआ है और दुनिया में उसकी साख बढ़ी है.
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