East Asia Summit 2024 : ईस्ट एशिया समिट में पीएम मोदी ने कहा कि समस्याओं का समाधान युद्ध के मैदान से नहीं निकल सकता.
11 October, 2024
East Asia Summit 2024 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (19th East Asia Summit) को संबोधित करते हुए कहा कि समस्याओं का समाधान युद्ध के मैदान से नहीं निकल सकता. उनका इशारा यूक्रेन और रूस के बीच लड़ाई के साथ-साथ मिडिल ईस्ट में इजराइल-ईरान के बीच तनाव को लेकर था.
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को अपने संबोधन में यूरेशिया और पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता की बहाली का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि मैं बुद्ध की धरती से आता हूं और मैंने बार-बार कहा है कि ये युद्ध का युग नहीं है.
एयर सेक्टर की स्वतंत्रता
PM ने इस मौके पर यह भी कहा कि स्वतंत्र, समावेशी, समृद्ध और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत पूरे इलाके में शांति और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण चीन सागर में शांति, सुरक्षा और स्थिरता पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र के हित में है.
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि समुद्री गतिविधियां संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून संधि (यूएनसीएलओएस) के तहत संचालित की जानी चाहिए. इसमें उन्होंने यह भी जोड़ा कि शिपिंग और एयर सेक्टर की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना आवश्यक है. इसके लिए एक मजबूत और प्रभावी आचार संहिता बनाई जानी चाहिए. इससे क्षेत्रीय देशों की विदेश नीति पर कोई रोक नहीं लगनी चाहिए.
विस्तारवाद पर किया प्रहार
पीएम मोदी ने दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे संघर्षों का सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों पर पड़ने का जिक्र करते हुए कहा कि चाहे वो यूरेशिया हो या पश्चिम एशिया, हर कोई चाहता है कि शांति और स्थिरता बहाल होनी चाहिए.
कूटनीति को देनी होगी प्राथमिकता
पीएम ने कहा कि संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का सम्मान करना आवश्यक है। मानवीय नजरिया रखते हुए बातचीत और कूटनीति को प्राथमिकता देनी होगी. पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ का महत्वपूर्ण स्तंभ है.
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