PM Narendra Modi Laos Visit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाओस के प्रधानमंत्री सोनेक्से सिफानडोन के निमंत्रण पर लाओस की यात्रा पर पहुंचे हैं.
PM Narendra Modi Laos Visit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को लाओस पहुंचे. वह लाओस की राजधानी वियांग चान में आयोजित ASEAN-आसियान (Association of Southeast Asian Nations)- भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.
लाओस पहुंचते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने X पोस्ट में लिखा कि मैं लाओस पहुंच गया हूं. कई वैश्विक नेताओं के साथ बातचीत के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं.
Act East policy के एक दशक पूरे
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाओस के प्रधानमंत्री सोनेक्से सिफानडोन के निमंत्रण पर लाओस की यात्रा पर पहुंचे हैं. लाओस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर लाओस के गृह मंत्री विलायवोंग बौडाखम मौजूद रहे. बता दें कि लाओस में वह 21वें ASEAN-भारत और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.
लाओस आसियान का वर्तमान अध्यक्ष है. लाओस जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने X हैंडल पर पोस्ट किया था. पोस्ट में उन्होंने लिखा कि 21वें आसियान-भारत और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए लाओस के लिए रवाना हो रहा हूं.
उन्होंने अपने पोस्ट में कहा कि यह यात्रा कई मायनों में विशेष है, क्योंकि हम अपनी Act East policy के एक दशक भी पूरे कर रहे हैं.
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लाओस के साथ भारत के सांस्कृतिक संबंध
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस Act East policy के कारण देश को काफी लाभ हुआ है. इस यात्रा के दौरान कई वैश्विक नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें और बातचीत भी होंगी.
उन्होंने अपने एक अन्य बयान में कहा कि ASEAN नेताओं के साथ मिलकर हम अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा करेंगे और अपने सहयोग की भविष्य की दिशा तय करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit ) हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और चुनौतियों पर बातचीत करने का अवसर मिलेगा.
उन्होंने कहा कि भारत ने लाओस के साथ सांस्कृतिक संबंध भी शेयर किए हैं. दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंध बौद्ध धर्म और रामायण की साझा विरासत से समृद्ध हैं.
1967 में हुई थी ASEAN की स्थापना
बता दें कि दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (ASEAN) की स्थापना 1967 में हुई थी. इसमें इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, भारत, वियतनाम, लाओस, कंबोडिया और ब्रुनेई इस के सदस्य देश हैं.
वहीं, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में 10 आसियान देश और आठ भागीदार शामिल हैं. इसमें ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड, रूस और अमेरिका शामिल है.
इसके अलावा तिमोर-लेस्ते को East Asia Summit (EAS) में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है. बता दें कि आसियान-भारत सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10वीं बार हिस्सा लेंगे. इस यात्रा के दौरान म्यांमार में चल रहे संघर्ष पर चर्चा होने की उम्मीद है.
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