Elvish Yadav: 500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी वाले ऐप-आधारित घोटाले में दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यूट्यूबर एल्विश यादव और कॉमेडियन भारती सिंह और तीन अन्य को समन भेजा है.
03 September, 2024
Elvish Yadav: मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह (Famous Comedian Bharti Singh) और यूट्यूबर एल्विश यादव समेत कई अन्य सेलिब्रिटीज की मुश्किलें बढ़ाने वाली खबर सामने आई है. 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़े ऐप-आधारित घोटाले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने यूट्यूबर एल्विश यादव और कॉमेडियन भारती सिंह (Bharti Singh) और तीन अन्य को तलब किया है. पुलिस ने बताया कि घोटाले के मुख्य आरोपी चेन्नई निवासी शिवराम (30) को गिरफ्तार कर लिया गया है.
कई सेलिब्रिटीज को नोटिस जारी
बताया जा रहा है कि ऐप-आधारित घोटाले में दिल्ली पुलिस को 500 से अधिक शिकायतें मिलीं, जिसके बाद जांच की कड़ी में कई सेलिब्रिटीज को तलब करने के लिए यह नोटिस जारी किया गया है. आरोप है कि कई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स ने अपने पेजों पर HIBOX मोबाइल एप्लिकेशन का प्रचार किया और लोगों को ऐप के जरिये निवेश करने के लिए लुभाया. इसके प्रभाव में आकर लोगों ने जमकर निवेश किया.
सेलिब्रिटीज ने किया था ऐप का प्रचार
दिल्ली पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक, एल्विश यादव (Elvish Yadav) और भारती सिंह (Bharti Singh) के अलावा पति हर्ष लिंबाचिया (Harsh Limbhachiya), सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान, पूरव झा, लक्ष्य चौधरी, आदर्श सिंह, अमित और दिलराज सिंह रावत सहित सोशल मीडिया प्रभावितों और यूट्यूबर्स ने एप्लिकेशन का प्रचार किया. आरोप है कि इन सेलिब्रिटीज ने लोगों को ऐप के माध्यम से निवेश करने के लिए लुभाया.
फरवरी 2024 में लॉन्च हुआ था ऐप
पुलिस उपायुक्त (आईएफएसओ स्पेशल सेल) हेमंत तिवारी के अनुसार, HIBOX एक मोबाइल ऐप्लिकेशन है जो एक सुनियोजित साजिश के तहत घोटाले का हिस्सा था. डीसीपी ने बताया कि इस ऐप्लीकेशन के जरिए आरोपियों ने रोजाना एक से पांच प्रतिशत का गारंटीड रिटर्न देने का वादा किया था. एक महीने में 30 से 90 प्रतिशत तक होता है. इस ऐप को फरवरी 2024 में लॉन्च किया गया था. इसके बाद इस ऐप में 30,000 से ज्यादा लोगों ने पैसा लगाया.
अचानक कंपनी ने बंद किया कार्यालय
आरोप है कि शुरुआती पांच महीनों में निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला, लेकिन जुलाई 2024 से ऐप ने तकनीकी गड़बड़ियों समेत कई अन्य बाधाओं का हवाला देते हुए भुगतान रोक दिया. इसके बाद दिल्ली पुलिस के पास लोगों की शिकायतें पहुंचने लगीं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, लगातार मिलती शिकायतों के बीच कथित कंपनियां अचानक यूपी के नोएडा में अपना कार्यालय बंद कर गायब हो गईं.
शिकायत के बाद मास्टरमाइंड को किया अरेस्ट
पुलिस ने बताया कि निवेशकों की शिकायत के बाद मास्टरमाइंड शिवराम को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके चार अलग-अलग बैंक खातों से 18 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं. कार्रवाई की कड़ी में 16 अगस्त को पुलिस को इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) में एचआईबीओएक्स एप्लीकेशन के खिलाफ 29 पीड़ितों की शिकायतें मिलीं.
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें उनके निवेश पर हाई रिटर्न देने का वादा किया गया था. 20 अगस्त को स्पेशल सेल ने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की.
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क्या है पूरा मामला
साइबर नॉर्थ ईस्ट जिले से भी 9 लोगों द्वारा HIBOX एप्लीकेशन के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की गई हैं. इनके साथ इसी तरह से धोखाधड़ी की गई थी. इन नौ मामलों को IFSO को ट्रांसफर कर दिया गया. पुलिस को नॉर्थ ईस्ट जिले, बाहरी जिले, शाहदरा और NCRP पोर्टल से 500 से अधिक शिकायतें मिली हैं.
डीसीपी ने कहा कि जांच की कड़ी में हमारी टीम ने धोखाधड़ी में शामिल पेमेंट गेटवे और बैंक खातों का विवरण एकत्र किया. इसके बाद लेन-देन के विश्लेषण से टीम को चार खातों की पहचान करने में मदद मिली.
इनका इस्तेमाल धोखाधड़ी की गई रकम को निकालने के लिए किया गया था.पुलिस का कहना है कि EASEBUZZ और PhonePe की भूमिका की जांच की जा रही है, क्योंकि HIBOX का संचालन करने वाले धोखेबाजों के मर्चेंट अकाउंट बिना उचित सत्यापन प्रक्रिया का पालन किए और RBI के निर्धारित नियमों का उल्लंघन करते हुए खोले गए थे.
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