China-US Conflict: शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने भारत और अमेरिका जैसे देशों का नाम लिए बिना कहा कि चीन के लिए आगे की राह आसान नहीं होगी.
China-US Conflict: चीन के 75वें राष्ट्रीय दिवस पर ताइवान (Taiwan) को लेकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने अमेरिका को बहुत बड़ी धमकी दी. उन्होंने बिना नाम लिए भारत के साथ बढ़ते तनाव को लेकर भी बयान दिया.
उन्होंने देश के लोगों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि कम्युनिस्ट राष्ट्र चीन के लिए आगे की राह आसान नहीं होने वाली है. दरअसल, चीन ने अपना 75वां राष्ट्रीय दिवस मनाया. इसी मौके पर शी जिनपिंग ने देश को संबोधित किया.
राष्ट्रीय दिवस पर नहीं हुई सैन्य परेड
75वां राष्ट्रीय दिवस के मौके पर चीन की राजधानी बीजिंग के विशाल तियानमेन चौक पर ध्वजारोहण किया गया. ध्वजारोहण में भारी भीड़ उमड़ी. इस दौरान राष्ट्रीय दिवस की 60वीं और 70वीं वर्षगांठ की तरह चीन की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन या भव्य सैन्य परेड नहीं हुई. ध्वजारोहण के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने लोगों को संबोधित किया.
अपने संबोधन में उन्होंने लोगों से कठिन समय के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. उन्होंने भारत और अमेरिका जैसे देशों का नाम लिए बिना कहा कि चीन के लिए आगे की राह आसान नहीं होगी. इसमें कठिनाइयां और बाधाएं होंगी. हमें तेज हवाओं, उबड़-खाबड़ रास्तों और समुद्री तूफानों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि चीन लगातार चुनौतियों से जूझ रहा है. हमें शांति के समय में सतर्क रहना चाहिए.
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हाई-टैरिफ से चीन के बाजार में छाई मंदी
शी जिनपिंग ने साफ तौर पर कहा कि ताइवान चीन का पवित्र क्षेत्र था और ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों ओर के लोग खून से जुड़े हुए हैं. उन्होंने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि चीन ताइवान की स्वतंत्रता का दृढ़ता से विरोध करेगा. शी जिनपिंग ने अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए संकल्प लिया. बता दें कि चीन का बाजार अमेरिका और यूरोपीय संघ की ओर से लगाए गए चीन के इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरी पर हाई टैरिफ के कारण प्रभावित हुआ है.
वहीं, रणनीतिक मोर्चे पर अमेरिका के साथ बढ़ती प्रतिद्वंद्विता और दक्षिण चीन सागर (South China Sea) के हिस्से पर चीन के दावों के कारण फिलीपींस के साथ भी तनाव जारी है. वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान के साथ भी तनाव जारी है. भारत के साथ भी पूर्वी लद्दाख में चार साल से अधिक समय से भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध जारी है.
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