Hassan Nasrallah Death: हिज्बुल्लाह (Israel-Hezbollah war) को लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है. दरअसल, हसन नसरल्लाह की मौत पर अरब देशों के बीच तनाव सामने आ गया है.
Hassan Nasrallah Death: लेबनान में स्थित ईरान समर्थित संगठन हिज्बुल्लाह पर इजराइल कहर बन कर टूट रहा है. इजराइल के 27 सितंबर को किए हमले में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो गई है.
इजराइल की ओर से किए गए अब तक के सबसे बड़े हमले में हसन नसरल्लाह के अलावा हिज्बुल्लाह (Israel-Hezbollah war) के कई सीनियर लड़ाके मारे गए हैं. अब इसे लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है. दरअसल, हसन नसरल्लाह की मौत पर अरब देशों के बीच तनाव सामने आ गया है.
सीरिया-इराक ने की IDF की निंदा
दरअसल, 7 सितंबर को इजराइल ने लेबनान में ईरान समर्थित संगठन हिज्बुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह (Hassan Nasrallah Dead) की मौत हो गई. बता दें कि लेबनान (Lebanon) के उग्रवादी शिया इस्लामी हिज्बुल्लाह आंदोलन का नेता शेख हसन नसरल्लाह मिडिल-ईस्ट के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक था. शिया देशों की ओर से हसन नसरल्लाह की मौत पर दुख जताया गया है. उन्होंने इजराइली रक्षा बलों के हमलों की निंदा की है.
सीरिया और इराक ने तीन दिन तक राष्ट्रीय शोक मनाने की घोषणा की है. वही, सऊदी अरब और अन्य अरब लीग देशों के नेतृत्व वाले खाड़ी देशों ने एक अलग रुख अपनाया है. उन्होंने इस मुद्दे पर चुप्पी बनाए रखी है. उनकी ओर से फिलहाल हसन नसरल्लाह को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है. इस चुप्पी ने सुन्नी और शिया (Sunni-Shia) विचारधाराओं के साथ-साथ मिडिल-ईस्ट में राजनीतिक समीकरणों को लेकर अरब देशों के बीच दरार को सामने ला दिया है.
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बहरीन और UAE ने साधी चुप्पी
बता दें कि अरब लीग ने साल 2016 में हिज्बुल्लाह को एक आतंकी संगठन घोषित किया था, लेकिन इस साल की शुरुआत में इसे वापस ले लिया गया था. सऊदी अरब ने कहा है कि लेबनान की स्थिति गंभीर है. सऊदी अरब ने लेबनान की संप्रभुता और क्षेत्रीय सुरक्षा की बात पर जोर दिया, लेकिन हसन नसरल्लाह और हिज्बुल्लाह पर कुछ नहीं कहा. ईरान और उसके सहयोगियों को लताड़ लगाने वाले मिस्र ने भी लेबनान की संप्रभुता को बचाने का बयान दिया,
लेकिन मिस्र ने हसन नसरल्लाह और हिज्बुल्लाह जिक्र नहीं किया. इजराइल को मान्यता देने वाले बहरीन और UAE ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे रखी है. कतर भी इस मुद्दे पर चुप है. इन सबके बीच ईरान समर्थक बहरीन चैनल लुआलुआ टीवी ने दावा किया कि बहरीन की सरकार ने मातम मना रहे लोगों पर हमला किया और हसन नसरल्लाह की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए एक शिया मौलवी को हिरासत में लिया गया.
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