15 January 2024
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा रविवार से शुरू हो गई है। ये यात्रा हिंसा प्रभावित मणिपुर के थोबल से शुरू हुई। राहुल एक कस्टम-निर्मित वोल्वो बस में अपनी यात्रा पर निकले, जिसमें हाइड्रोलिक लिफ्ट लगी हुई थी, ताकि नेता भीड़ को संबोधित कर सकें। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, रेवंत रेड्डी और सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत, कईं कांग्रेस नेताओं ने इस मौके पर उनका उत्साह बढ़ाया। बस ने थोबल से इम्फाल तक करीब 40 किमी की दूरी तय की, जहां राहुल ने रास्ते में कतार में खड़े स्थानीय लोगों से बातचीत की। उन्होंने सूर्यास्त के बाद कुछ नेताओं और स्थानीय लोगों के साथ, जलती हुई मशाल लेकर पैदल ही कुछ दूरी तय करते हुए, उनसे बातचीत की। उनकी फ्लैग-ऑफ रैली में बड़ी तादात में महिलाएं और युवा शामिल हुए।
राहुल की खास बातें
राहुल ने अपनी यात्रा के पहले दिन कहा, कि वो इस यात्रा के जरिए भारत के लिए, एक नया दृष्टिकोण पेश करेंगें, जो सद्भाव, भाईचारे, समानता पर आधारित होगा, और नफरत, हिंसा से मुक्त होगा। राहुल ने कहा कि उन्हें ये यात्रा इसलिए करनी पड़ी, क्योंकि देश बड़े अन्याय के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया, कि पार्टी लोगों के मन की बात सुनना चाहती है।
अपनी रैली में उन्होंने मणिपुर के हालात के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की भी जमकर आलोचना की।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की राजनीति और विचारधारा, सत्तारूढ़ दल और आरएसएस द्वारा फैलाई गई नफरत की वजह से, मणिपुर के लोगों ने वो खो दिया, जो उनके लिए कीमती था। उन्होनें कहा कि हम समझते हैं, उस दर्द को, जिससे मणिपुर के लोग गुजरे हैं। हम उस चोट, हानि, दुख को समझते हैं, जिससे आप गुजरे हैं, और हम आपसे वादा करते हैं, हम आपसे प्रतिबद्ध हैं, कि हम ऐसा करेंगे। जिसे आप महत्व देते हैं, उसे वापस लाएँ। हम वह सद्भाव, शांति, स्नेह वापस लाएँगे, जिसके लिए ये राज्य हमेशा से जाना जाता है।
राहुल ने कहा कि हम ज्यादा कुछ नहीं बोलना चाहते, हम आपको अपने मन की बात नहीं बताना चाहते। हम आपके मन की बात सुनना चाहते हैं, आपका दर्द समझना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी भारत के लिए अगला दृष्टिकोण पेश करने जा रही है। जो हिंसा, घृणा और एकाधिकार का नहीं है, बल्कि एक ऐसा दृष्टिकोण है जो सामंजस्यपूर्ण, न्यायसंगत और भाईचारे का है।
उन्होंने कहा, आपकी आवाज सुनने के बाद हम उस दृष्टिकोण को भारत के सामने पेश करेंगे। राहुल ने मणिपुर के हालात पर बीजेपी पर निशाने साधते हुए कहा, कि आज तक भारत के प्रधानमंत्री आपके आंसू पोंछने, आपको गले लगाने, आपका हाथ पकड़ने के लिए मणिपुर नहीं आए। यह शर्मनाक बात है। उन्होंने कहा, शायद नरेंद्र मोदी जी, बीजेपी और आरएसएस के लिए, मणिपुर बिल्कुल भी भारत का हिस्सा नहीं है। ये आपका दुख आपका दर्द है, ये उनका दुख या उनका दर्द नहीं है।
राहुल ने एक्स पर एक पोस्ट की, जिसमें कहा कि इस जमीनी स्तर के संवाद से, एक शांतिपूर्ण, समृद्ध और शक्तिशाली भारत के निर्माण का दृष्टिकोण सामने आएगा। भारत का दृष्टिकोण जो समानता, भाईचारे और सद्भाव पर आधारित है, जिसमें नफरत, हिंसा और एकाधिकार के लिए कोई जगह नहीं है।
बीजेपी ने बताया भारत तोड़ो यात्रा
बीजेपी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा को भारत तोड़ो यात्रा बताया। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस को पहले राहुल गांधी को बढ़ावा देने, और अपनी पकड़ बनाए रखने की कोशिश करने के बजाय, उसे छोड़ने वाले नेताओं और अपनी पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा प्रताड़ित लोगों को न्याय दिलाना चाहिए।
आपको बता दें कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा 15 राज्यों के 100 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। ये 6,713 किमी की दूरी तय करेगी, ये यात्रा ज्यादातर बसों में होगी लेकिन पैदल भी की जाएगी। 20 या 21 मार्च को मुंबई में ये यात्रा खत्म होगी।