भारत में कैसे आता है मानसून 

मानसून शब्द का जन्म अरबी भाषा मौसिम से हुआ है. समुद्री व्यापारियों ने इस शब्द की उत्पत्ति की थी.

मानसून

सबसे पहले केरल में मानसून आता है. हर साल जून तक मानसून आता है, लेकिन इसमें देरी भी हो जाती है. 

मानसून का समय

हमारे देश में दो प्रकार के मानसून होते हैं. पहला गर्मी का मानसून और दूसरा सर्दी का मानसून होता है.

मानसून के प्रकार

केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप में जब लगातार बारिश होने लगती है तब  मौसम विभाग मानसून के आने का एलान करता है.

मानसून की घोषणा

भारत में 15 सितंबर तक गर्मी का मानसून सक्रिय रहता है. इसके बाद सर्दी का मानसून सक्रिय हो जाता है.

मानसून

मई महीने में जब बारिश होती है तो इसे प्री मानसून माना जाता है और सितंबर के बाद होने वाली बारिश को पोस्ट मानसून कहा जाता है.

प्री और पोस्ट 

जब मानसूनी हवाएं दक्षिण-पश्चिम तट पर पश्चिमी घाट से टकराती हैं तो देश में बारिश होने लग जाती है.

बारिश