11 January 2024
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सोनिया गांधी के न शामिल होने की आलोचना की। उन्होनें कहा कि ये सोनिया की भगवान राम के प्रति आस्था की कमी को दर्शाता है।
उन्होने कहा कि मुझे बताया गया है कि सोनिया गांधी ने 22 जनवरी के समारोह का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है। हम उनसे इससे कुछ अलग की क्या उम्मीद कर सकते हैं। उनकी राम में आस्था नहीं है, ये उन्होंने प्रमाणित कर दिया है। ये कोई चौकाने की बात नहीं है कि कांग्रेस नेताओं ने निमंत्रण स्वीकार नहीं किया।
स्मृति ईरानी ने की पीएम की तारीफ
स्मृति ईरानी ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में एक ऐसा नेता है जो लोकतंत्र के मंदिर और राम के मंदिर के लिए समान रूप से समर्पित है।
इंडिया गठबंधन पर ईरानी ने साधा निशाना
स्मृति ईरानी ने इंडिया गठबंधन को अपवित्र गठबंधन बताया। उन्होनें कहा कि इस गठबंधन के लिए मोदी दुखती रग हैं। ये गठबंधन अपनी आंतरिक कलह के लिए चर्चा में रहता है। एक नए चेहरे के बारे में रोज बात की जाती है। जहां कोई प्रधानमंत्री की कुर्सी पर नजर रखे हुए है, तो कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है।
स्मृति ईरानी ने उज्ज्वला योजना पर क्या कहा
उज्ज्वला योजना को लेकर उन्होनें कहा कि, जब तक गरीब मां से पैदा हुए मोदी ने सत्ता नहीं संभाली थी, तब तक ये ऐतिहासिक कदम नहीं उठाया गया था। इसिलए महिलाओं को रसोई में उनकी आंखों को निकलने वाले धुएं से निजात नहीं मिल पाई थी। पीएम मोदी ने महिलाओं की आखों से धुंए की वजह से बहने वाले आंसू रोक दिए।
आपको बता दें कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने राम मंदिर के निमंत्रण को ये कहते हुए अस्वीकार कर दिया, कि बीजेपी और आरएसएस ने राम मंदिर को राजनीतिक मुद्दा बना दिया है।