पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने MIT वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी में आयोजित 13वें भारतीय छात्र संसद के उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हे युवा राजनेताओं को सलाह दी है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि विधायकों को बार-बार पार्टियां नहीं बदलनी चाहिए, इसके पीछे की वजह भी उन्होंने बताई कि पार्टी बदलने से लोगों की राजनीति में रुचि खत्म हो जाएगी जो लोकतंत्र के लिए बुरा होगा।
इसके साथ ही उन्होने कहा कि राजनेताओं को मेरी यही सलाह है की एक विचारधारा पर कायम रहें अगर नेता अहंकारी और तानाशाह हो जाए तो पार्टी के भीतर रहकर ही चर्चा करें और निर्णय लें। यही रास्ता है। ऐसा ना करने से लोग राजनीति के प्रति सम्मान खो देंगे।
नायडू ने विरोधियों को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति में विरोधियों को विरोध करना चाहिए और सरकार को गलत काम करने से रोकना चाहिए, लेकिन उन्हें ये भी ध्यान रखना चाहिए कि वो किसी के दुश्मन नहीं हैं। उन्होंने कहा, विधायकों को लोगों के लिए आदर्श बनना चाहिए और सदन की कार्यवाही में बाधा नहीं डालनी चाहिए।