Bangladesh Crisis: बांग्लादेश के कई राजनीतिक विश्लेषकों और सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा कि अगर भारत बांग्लादेश में मौजूदा बदलाव का समर्थन करता है तो उसे लाभ होगा.
18 August, 2024
Bangladesh Crisis: बांग्लादेश (Bangladesh) में हुए तख्तापलट के बाद ढाका (Dhaka) के साथ रिश्तों को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों ने भारत को सलाह दी है. बांग्लादेश के कई राजनीतिक विश्लेषकों और सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा कि अगर भारत (India) बांग्लादेश में मौजूदा बदलाव का समर्थन करता है तो उसे लाभ होगा. भारत को एक पार्टी पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय सभी राजनीतिक दलों के साथ संबंध बनाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.
बांग्लादेश के लोग भारत को मित्र के रूप में देखेंगे
अग्रणी थिंकटैंक बांग्लादेश एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट (BEI) के प्रमुख हुमायूं कबीर (Humayun kabir) ने समाचार एजेंसी PTI से कहा कि मुझे लगता है कि आपसी समझ हमारे संबंधों को फिर से स्थापित करने का प्रारंभिक बिंदु होना चाहिए. भारत और बांग्लादेश एक-दूसरे पर निर्भर हैं, इसलिए हमें अपने संबंधों को फिर से व्यवस्थित करने के लिए एक-दूसरे की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का पड़ोसी होने के नाते भारत हमेशा हमारे साथ रहा है. भारत अगर वर्तमान बदलाव में हमारे साथ आता है और हमारा समर्थन करता है तो बांग्लादेश के लोग भारत को एक मित्र के रूप में देखेंगे.
बांग्लादेश की मदद करनी चाहिए
बांग्लादेश इंस्टीट्यूट ऑफ पीस एंड सिक्योरिटी स्टडीज (BIPSS) के अध्यक्ष सेवानिवृत्त मेजर जनरल मुनीरुज्जमां ने कहा कि भारत को बांग्लादेश की स्थिति को देखना चाहिए. भारत को बांग्लादेश के लोगों के साथ सहयोग करने की अपनी इच्छा जाहिर करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि लंबे समय से भारत को एक खास पार्टी और खास नेता का पक्ष लेते हुए देखा गया है. उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंध लोगों के आपसी संबंधों पर आधारित होने चाहिए. बांग्लादेश के सेंटर फॉर पॉलिसी डायलॉग (CPD) की प्रमुख देबप्रिया भट्टाचार्य ने कहा कि शांति, सुरक्षा और विकास के दृष्टिकोण से बांग्लादेश-भारत संबंध दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है.
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