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Happy Independence Day 2024: लाल किले पर ही क्यों मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस?

by Arsla Khan
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Happy Independence Day 2024: लाल किले पर ही क्यों मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस?

Happy Independence Day 2024: लाल किले पर मनाया गया जश्न अंग्रेजों से किले को फिर से हासिल करने और भारत की आजादी का प्रतीक है.

15 August, 2024

Happy Independence Day 2024: देश आज अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. परंपरा के अनुसार, दिल्ली में मुगल बादशाह शाहजहां के बनवाए लाल किला पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तिरंगा फहराया और देश की जनता को संबोधित किया. देश की आजादी यानी 15 अगस्त, 1947 से ही देश के प्रधानमंत्री प्रत्येक वर्ष लाल किला की प्राचीर से तिरंगा फहराते हैं. इसके बाद देश की जनता को लाल किले की प्राचीर से संबोधित करते हैं. यहां पर हम बता रहे हैं कि आखिर लाल किले पर ही क्यों मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस समारोह?

हर चीज का केंद्र बिंदु था

सामान्य अवधारणा है कि लाल किला देश के समृद्ध और गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है. लाल किला मुगल वंश के बढ़ने से लेकर उसके पतन तक का गवाह है. इस पर दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले किरोड़ीमल कॉलेज के प्रोफेसर सुमित कुमार का कहना है कि हिंदुस्तान के लोगों की याद में लाल किला देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि इससे जुड़े हुए सम्राट बहुत महत्वपूर्ण थे. यह केंद्र बिंदु था. यह हर चीज़ का केंद्र बिंदु था. इतिहास में दर्ज तथ्यों के अनुसार, 1857 में पहले स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी क्रांतिकारियों ने लाल किले के पास ही रैली की थी. यहां पर मौजूद क्रांतिकारियों ने मुगलों के अंतिम बादशाह बहादुर शाह जफर को अपना नेता घोषित किया था.

दस्तावेज की तरह दर्ज है नेहरू का पहला भाषण

सुमित कुमार के मुताबिक, 1940 के दशक में इंडियन नेशनल आर्मी (INA) के ट्रायल के दौरान इसकी अहमियत और बढ़ गई थी. इस दौरान INA के प्रति सहानुभूति भी बढ़ी. इसके बाद से ही अंग्रेजों के खिलाफ गुस्सा बढ़ता गया. लाल किला की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश आजाद हुआ तब देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराया. इसके बाद अपना ऐतिहासिक भाषण दिया, जो इतिहास में एक दस्तावेज की तरह दर्ज है. किरोड़ीमल कॉलेज के इतिहास के प्रोफेसर सुमित कुमार का कहना है कि इंडिया गेट का निर्माण ब्रिटिश काल में हुआ था, लेकिन अगर आप लाल किला की ऐतिहासिक प्रासंगिकता को देखें तो लोगों ने सोचा होगा कि इसकी एक बड़ी ऐतिहासिक विरासत है. दरअसल, लाल किला देश की महान परंपरा को दर्शाता है.

यह भी पढ़ें: Independence Day 2024 Celebration Live: ‘1500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया गया….’, लाल किले से PM मोदी का संबोधन

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