Hindenburg Report : दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट में हेरफेर को लेकर JPC गठन करने की मांग की. साथ ही पार्टी ने देशव्यापी आंदोलन करने की भी बात कही है.
13 August, 2024
Hindenburg Report : हिंडनबर्ग रिपोर्ट में नए खुलासे सामने आने के बाद कांग्रेस ने SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) के इस्तीफे की मांग की है. साथ ही मोदी सरकार से संयुक्त संसदीय समिति (JCP) के गठन करने की भी मांग कर दी है. इसके अलावा कांग्रेस ने मंगलवार को घोषणा की कि वह 22 अगस्त को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी. यह घोषणा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने महासचिवों, राज्य इकाई प्रमुखों और AICC के राज्य प्रभारियों के साथ बैठक करने के बाद की है.
SEBI-अडानी के बीच सांठगांठ का लगाया आरोप
कांग्रेस मुख्यालय में बैठक करने के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि SEBI और अडानी के बीच सांठगांठ के चौंकाने वाले खुलासे की गहन जांच की जरूरत है. उन्होंने कहा कि शेयर मार्केट में छोटे निवेशकों का रुपये खतरे में नहीं डाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को तत्काल प्रभाव से सेबी प्रमुख से इस्तीफा मांगना चाहिए और इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द जांच के लिए जेपीसी का गठन करना चाहिए. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने कहा कि सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि पार्टी 22 अगस्त को सेबी प्रमुख के इस्तीफे और अडानी के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करेगी.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने राजनीतिक बाजार किया गरम
हिंडनबर्ग रिसर्च ने 10 अगस्त को खुलासा किया था कि सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के पास कथित अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी. इन आरोपों के बाद भारतीय राजनीति में हलचल मच गई. इसके बाद कांग्रेस और I.N.D.I.A. ब्लॉक ने इस मामले की जांच के लिए जेपीसी की मांग कर दी. इन सब आरोपों के बीच BJP ने विपक्ष पर देश में वित्तीय अस्थिरता और अराजकता पैदा करने का आरोप लगाया.
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