Hindenburg Research Report: हिंडनबर्ग (Hindenburg) के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार से इस मामले में JPC जांच की मांग की है. वहीं, प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं.
12 August, 2024
Hindenburg Research Report: हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की प्रमुख माधबी बुच (Madhabi Butch) के खिलाफ लगाए गए आरोपों को लेकर सियासत तेज हो गई है. हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (JPC) जांच की मांग की है. कांग्रेस ने कहा कि अगर केंद्र सरकार मांग को स्वीकार नहीं करती है तो इसको लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने हिंडनबर्ग के आरोपों को बहुत गंभीर बताया है. उन्होंने प्रधानमंत्री पर इस मामले में अडाणी का समर्थन करने का भी आरोप लगाया.
PM की चुप्पी विश्वसनीयता को नष्ट करने के बराबर
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने पीएम मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री की चुप्पी विश्वसनीयता को नष्ट करने के बराबर है. प्रधानमंत्री को आगे आकर इस मामले में अपना बयान देना चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) का इस्तेमाल करके मामले से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में माधबी बुच पर लगाए गए आरोपों को लेकर उन्हें तत्काल SEBI प्रमुख पद से हटाने की मांग की है. केंद्र सरकार से तत्काल इस मामले को संज्ञान में लेने की बात कही है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में क्या हैं नए आरोप
हिंडनबर्ग की नई रिसर्च में यह आरोप लगाया है कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की मॉरिशस की ऑफशोर कंपनी ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फंड में हिस्सेदारी है. इस कंपनी में गौतम अडाणी के भाई विनोद अडाणी ने अरबों डॉलर का निवेश किया है. शेयरों के दामों में तेजी लाने के लिए इस पैसे का इस्तेमाल किया गया है. इससे पहले पिछले साल भी हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट ने अडाणी ग्रुप पर शेयर भाव को मैनुपुलेट करने और उसमें हेराफेरी करने का आरोप लगाया था.