Angry Young Men: सलीम खान और जावेद अख्तर अपनी फिल्मों के जरिये बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर प्रारूप को फिर से बनाने का श्रेय हासिल है.
10 August, 2024
Angry Young Men: एक दौर था जब पटकथा लेखक सलीम-जावेद की जोड़ी हिट फिल्म की गारंटी मानी जाती थी. अब इन दोनों लेखकों पर आधारित डॉक्यूमेंट्री की सीरीज ‘Angry Young Men’ की रिलीज डेट का एलान हो गया है. आगामी 20 अगस्त को यह डॉक्यूमेंट्री की सीरीज रिलीज होने जा रही है. पटकथा लेखक सलीम खान और जावेद अख्तर की शानदार रचनात्मक साझेदारी और विरासत पर आधारित डॉक्यूमेंट्री सीरीज को प्राइम वीडियो पर 20 अगस्त को लॉन्च किया जाएगा. इसकी स्ट्रीमिंग का एलान शनिवार को किया गया.
जंजीर समेत इन फिल्मों की लिखी पटकथा
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 3 भागों में आने वाली यह सीरीज सुपरस्टार सलमान खान की फिल्म्स; फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की एक्सेल एंटरटेनमेंट और जोया अख्तर और रीमा कागती की टाइगर बेबी फिल्म्स द्वारा निर्मित एक ज्वॉइंट वेंचर है. इसकी निर्देशक नम्रता राव हैं, जिन्होंने ओय लकी-लकी ओय, इश्किया, बैंड बाजा बारात की एडिटर रह चुकी हैं, जबकि कहानी फिल्म को उन्होंने निर्देशित किया है. ‘एंग्री यंग मेन’ दरअसल, सलीम-जावेद के नाम से प्रसिद्ध दिग्गज लेखकों की फिल्मी यात्रा को दर्शाएगा, जिन्होंने प्रतिष्ठित पात्रों और संवादों को गढ़कर भारतीय कहानी कहने में क्रांति ला दी. इनकी लिखी फिल्मों ने दर्शकों के दिल-ओ-दिमाग पर अपनी छाप छोड़ी. बता दें कि सलीम-जावेद ने ‘जंजीर’ के अलावा ‘दीवार’ (1975), ‘शोले’ (1975), ‘ईमान धरम’ (1977), ‘त्रिशूल’ (1978), ‘डॉन’ (1978), ‘काला पत्थर’ (1979), ‘दोस्ताना’ (1980), ‘शान’ (1980) और ‘शक्ति’ (1982) लिखी हैं. इन सभी फिल्मों ने कमाल का बिजनेस किया है.
22 बॉलीवुड फिल्मों में किया साथ काम
सलीम खान और जावेद अख्तर अपनी फिल्मों के जरिये बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर प्रारूप को फिर से बनाने का श्रेय हासिल है. सलीम-जावेद स्टार का दर्जा पाने वाले पहले भारतीय पटकथा लेखक होने के लिए भी जाना जाता है. इन दोनों ने 22 बॉलीवुड फिल्मों के साथ-साथ दो कन्नड़ फिल्मों में साथ काम करने के बाद 1982 में अलग होने का फैसला किया. बताया जाता है कि दोनों के बीच कोई विवाद हुआ, जिसके बाद दोनों अलग हो गए.
अमिताभ को किया स्थापित
इसमें कोई शक नहीं कि सलीम-जावेद की जोड़ी ने अमिताभ बच्चन के स्टारडम को भी जन्म दिया. दोनों की लिखी कई फिल्मों में 70 के दशक में अमिताभ बच्चन ने काम किया. ‘शोले’ और ‘जंजीर’ अमिताभ बच्चन के लिए करिश्मा साबित हुई. डॉक्यूमेंट्री का शीर्षक ‘एंग्री यंग मेन’ दरअसल 70 के दशक में जोड़ी द्वारा बनाए गए एंग्री यंग मैन हीरो-टाइप को संदर्भित (Referenced) करता है, जो उस युग का एक सिनेमाई प्रतिनिधित्व बन गया.
कुछ तो जादू था सलीम-जावेद में
सीरीज़ में कार्यकारी निर्माता के रूप में काम करने वाले एक्टर सलमान खान का कहना है कि उन्होंने अपने पिता और जावेद साहब को ऐसी फिल्मों में साथ काम करते देखा है जो किसी जादू से कम नहीं थीं. यह दो सुपरस्टार लेखकों के दिलों और दिमागों में एक अंतर्दृष्टिपूर्ण यात्रा है, जिन्होंने कहानी कहने के परिदृश्य को हमेशा के लिए बदल दिया. वहीं, फरहान अख्तर ने बताया कि सलीम-जावेद की यात्रा हिंदी सिनेमा को बदलने के लिए धैर्य, जुनून और एक उग्र उत्साह से चिह्नित थी.
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