CAG Report: भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने रेलवे के अस्पतालों को लेकर जारी रिपोर्ट में कहा है कि रेलवे के अस्पतालों में मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी है.
09 August, 2024
CAG Report: भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने रेलवे के अस्पतालों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में कहा है कि क्षेत्रीय रेलवे के परीक्षण किए गए अस्पतालों में मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी पाई है. CAG ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा कि भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक (IPHS) के मानदंडों के अनुसार मशीनों और चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता में भी कमी थी.
स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च का हिस्सा बढ़ा
CAG के अनुसार भारतीय रेलवे 129 अस्पतालों और 586 स्वास्थ्य इकाइयों के माध्यम से लगभग एक करोड़ रेलवे लाभार्थियों को चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है. CAG ने ऑडिट में पाया कि भारतीय रेलवे के कुल व्यय में स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च का हिस्सा बढ़ा है. वहीं, रिपोर्ट में बताया गया है कि कई ऐसे मामले सामने आए हैं जब मरीज बिना चिकित्सकीय सलाह के अस्पताल छोड़कर चले गए. CAG ने पाया कि भारतीय रेलवे ने गैर-रेलवे मान्यता प्राप्त अस्पतालों में मरीजों को रेफर करने पर काफी खर्च किया है.
रेलवे के अस्पतालों में लागू नहीं है आयुष्मान भारत योजना
CAG ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के पात्र लाभार्थियों को कई रेलवे अस्पतालों में चिकित्सा उपचार का लाभ नहीं मिलता है. आयुष्मान भारत योजना को रेलवे के अस्पतालों में लागू नहीं किया गया है. अस्पताल सेवाओं की उत्पादकता का एक संकेतक, बेड ऑक्यूपेंसी रेशियो (BOR) कई अस्पतालों में मानदंडों से कम पाया गया है.
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