Dengue and Viral Fever: देशभर में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में कई बार लोग डेंगू और वायरल फीवर की जांच को लेकर कन्फ्यूज होते हैं. आज हम आपको डेंगू और वायरल फीवर के बीच अंतर बताएंगे.
04 August, 2024
Dengue and Viral Fever: डेंगू एक ऐसी बीमारी है जो मच्छर के काटने से फैलती है. बारिश का मौसम आते ही देशभर में डेंगू के मामले बढ़ने लगते हैं. वहीं, वायरल बुखार भी इस सीजन में फैलने वाली प्रमुख बीमारियों में से एक है. हालांकि, इन दोनों ही बीमारियों के ज्यादातर लक्षण एक जैसे ही होते हैं. ऐसे में कई बार लोग डेंगू और वायरल फीवर की जांच को लेकर कन्फ्यूज होते हैं. आज हम आपकी इस कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए डेंगू और वायरल फीवर के लक्षणों के बीच अंतर बताएंगे.
वायरल फीवर और डेंगू के लक्षण
अगर कोई व्यक्ति वायरल फीवर की चपेट में आ जाता है तो उसे सिर में हल्का दर्द महसूस होता है. यह एक मौसमी बीमारी है जो 3-4 दिन में खुद ब खुद ठीक हो जाती है. वहीं, डेंगू एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज को तेज बुखार आता है जो 100 डिग्री से अधिक होता है. इसके अलावा मसल्स पेन और उल्टी-दस्त जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
डेंगू हो सकता है जानलेवा
डेंगू एक बहुत ही गंभीर बीमारी है. अगर समय रहते इलाज न किया जाए तो मरीज की मौत तक हो सकती है. दरअसल, डेंगू के चलते मरीज शॉक सिंड्रोम और हेमरेजिक बुखार की चपेट में आ जाता है. डेंगू के मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स कम होने लगती हैं. अगर किसी मरीज की प्लेटलेट्स 20 हजार से कम हो जाएं स्थिति गंभीर हो सकती है.
वायरल फीवर और डेंगू में अंतर
- जहां वायरल फीवर में हल्का बुखार रहता है. वहीं, डेंगू में बुखार 100 डिग्री के पार होता है.
- डेंगू में मरीज के शरीर पर लाल दाने निकलने लगते हैं. वहीं, वायरल फीवर में ऐसी स्थिति नहीं होती.
- डेंगू के मरीज को लो BP की शिकायत रहती है. वहीं, वायरल फीवर में ऐसा कुछ नहीं होता.
- डेंगू के मरीज बेहोशी की समस्या हो सकती है. वहीं, वायरल फीवर में ऐसी स्थिति नहीं होती.
ऐसे हो सकता है इलाज
अगर कोई व्यक्ति वायरल फीवर या डेंगू की चपेट में आ गया है तो सबसे टेस्ट कराएं. जब बीमारी की ठीक से पुष्टि हो जाए तो डाक्टर के परामर्श से सही इलाज कराएं. समय पर ट्रीटमेंट मिलने पर ही गंभीर लक्षणों से बचाव किया जा सकता है.