Leader Of Opposition In UP Vidhan Sabha: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से विधायक माता प्रसाद पांडेय (Mata Prasad Pandey) को नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा की गई.
28 July, 2024
Leader Of Opposition In UP Vidhan Sabha: समाजवादी पार्टी की ओर से रविवार को बड़ा एलान किया गया. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से विधायक माता प्रसाद पांडेय (Mata Prasad Pandey) को नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा की गई. रविवार को लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी की विधायक की बैठक के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह बड़ा फैसला लिया. माता प्रसाद पांडेय की गिनती समाजवादी पार्टी संरक्षक रहे दिवंगत मुलायम सिंह के करीबियों में होती थी. माता प्रसाद पांडेय उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के इटवा से विधायक चुने गए हैं.
पार्टी के कई पदाधिकारियों का भी किया चयन
माता प्रसाद पांडेय से पहले तूफानी सरोज, शिवपाल यादव और इंद्रजीत सहरोज का नाम भी चर्चा में चल रहा था. करीब 3 घंटे चली SP विधायकों की बैठक में अखिलेश यादव ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर माता प्रसाद पांडेय के नाम का चयन किया. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के इस फैसले को ब्राह्मण वोट को साधने के नजरिए से भी देखा जा रहा है. दरअसल, माता प्रसाद पांडेय का नाम बड़े ब्राह्मण नेताओं के रूप में माना जाता है. वहीं, अखिलेश यादव ने पार्टी के कई पदाधिकारियों का भी चयन किया. अखिलेश यादव ने महबूब अली को अधिष्ठाता मंडल बनाया. वहीं बैठक में कमाल अख्तर को मुख्य सचेतक बनाया गया और राकेश कुमार वर्मा को उपसचेतक का पद दिया गया.
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7वीं बार यूपी विधानसभा पहुंचे माता प्रसाद
माता प्रसाद पांडेय ने पहला चुनाव साल 1980 में जनता पार्टी की टिकट पर लड़ा और चुनाव जीत गए. इसके बाद साल 1985 के चुनाव में लोकदल पार्टी से विधायक चुने गए. अगली बार साल 1989 के चुनाव में फिर से जनता दल पार्टी से विधायक बने. हालांकि साल 1991 और 1996 में वह चुनाव हार गए. इसके बाद साल 2002 के चुनाव में उन्होंने बतौर समाजवादी पार्टी प्रत्याशी जीत दर्ज की. इसके बाद SP के टिकट पर ही 2007 और 2012 में भी जीतकर विधानसभा पहुंचे. हालांकि 2017 के विधानसभा के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनपर भरोसा जताया और वह अखिलेश यादव की उम्मीदों पर खरा उतरे. इसी के साथ उन्होंने 7वीं बार उत्तर प्रदेश की विधानसभा में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई.
माता प्रसाद पांडेय का राजनीतिक सफर
साल 1991 में माता प्रसाद पांडेय ने स्वास्थ्य मंत्री और साल 2003 में श्रम और रोजगार मंत्री का भी दायित्व निभाया. यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने माता प्रसाद पांडेय का जन्म सिद्धार्थनगर में 31 दिसंबर 1942 को हुआ. वह छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हो गए. समाजवाद की नीतियों का पालन करते हुए उन्होंने कई बार जन आंदोलनों में भी भाग लिया और कई बार जेल भी गए. समाजवादी पार्टी संरक्षक रहे दिवंगत मुलायम सिंह के समय से ही वह सक्रिय राजनीति से जुड़ गए. माता प्रसाद पांडेय की गिनती उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेताओं में होती है. जानकारी के मुताबिक पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने सिद्धार्थनगर समेत आसपास के जिलों की कुछ सीटों पर टिकट वितरण में भी अहम भूमिका निभाई है.
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