04 January 2024
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने मोहल्ला क्लीनिक लेबोरेटेरी में कथित फर्जी परीक्षणों की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश कर दी हैं। वही इससे पहले सक्सेना ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों में उन दवाइयों की कथित आपूर्ति की जांच भी सीबाआई से कराने की सिफारिश की थी, जो मानकों पर खरा नही उतरी। अधिकारियों ने ये जानकारी दी।अधिकारी के मुताबिक ये सैकड़ों करोड़ रुपये के घोटाले के संकेत है।
आपको बता दें कि सक्सेना ने दिसंबर 2022 में मोहल्ला क्लीनिक और दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आने वाले मरीजों के लिए प्राइवेट लेबोरेटरी में हेने वाले टैस्ट से रिलेटेड एक फाइल को मंजूरी देते हुए ये निर्देश जारी किए है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने क्या कहा ?
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने साफ किया कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने गलत कार्यों को लेकर मोहल्ला क्लीनिक के कई डाक्टर्स और कर्मचारियों को पिछले साल सर्विस लिस्ट से हटा दिया था, और स्वास्थ्य सचिव को बर्खास्त करने की मांग भी की थी।
उन्होने कहा कि पिछले साल सितंबर में आप सरकार ने अटेंडेंस सिस्टम में हेरफेर करने की कोशिश करने के आरोप में मोहल्ला क्लीनिक में तैनात 7 डाक्टर्स समेंत 26 कर्मचारियों को हटाने का ऐलान किया था।
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आपूर्ति की जा रही घटिया दवाओं और मोहल्ला क्लीनिक में कथित घोटाले के लिए स्वास्थ्य सचिव को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर मोहल्ला क्लीनिक में दवाओं के मानक या मरीज के रिकॉर्ड को लेकर शिकायतें हैं, तो इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार हैं। हम पहले ही कह चुके हैं कि स्वास्थ्य सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए लेकिन कुछ नहीं किया गया।
उन्होंने सवाल किया कि स्वास्थ्य सचिव को निलंबित क्यों नहीं किया गया? आप किसका इंतजार कर रहे हैं? उनके मुताबिक इन वरिष्ठ अधिकारियों को उपराज्यपाल और केंद्र में बीजेपी सरकार की तरफ से तैनात किया गया है।