04 जनवरी 2024
WFI यानी भारतीय कुश्ती महासंघ अपने निलंबन को अगले हफ्ते कोर्ट में चुनौती देगा। साथ ही उसने आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए 16 जनवरी को कार्यकारी समिति की बैठक भी बुलाई है।
दरअसल, खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल संहिता और WFI के संविधान के उल्लंघन का हवाला देते हुए 24 दिसंबर 2023 को नवनिर्वाचित संस्था को निलंबित कर दिया था। मंत्रालय की ओर से ये कार्रवाई भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव के तीन दिन बाद की गई।
WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा है कि हम इस मामले को अगले हफ्ते अदालत में ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह निलंबन स्वीकार्य नहीं है क्योंकि हमारा चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से हुआ था और हमें सुचारू रूप से काम करने वाले महासंघ की जरूरत है। संजय सिंह ने कहा कि हमने 16 जनवरी को कार्यकारी समिति की बैठक बुलाई है।
WFI का कहना है कि उसने किसी भी नियम का उल्लघंन नहीं किया है और संविधान के अनुसार अध्यक्ष के पास फैसले लेने का अधिकार है और महासचिव उसके इन फैसलों को लागू करने के लिए बाध्य होगा। WFI पहले ही कह चुका है कि वह कुश्ती का कामकाज देखने के लिए भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से गठित तदर्थ पैनल को मान्यता नहीं देता है।
आपको बता दें कि तदर्थ पैनल पहले ही घोषणा कर चुका है कि वह 3 फरवरी से जयपुर में सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप और अगले 6 हफ्तों के भीतर ग्वालियर में आयु ग्रुप की चैम्पियनशिप का आयोजन करेगा।
ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पहलवान WFI की ओर से आयोजित टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं या फिर या तदर्थ समिति की ओर से आयोजित टूर्नामेंट में ।