Economic Survey 2024: आर्थिक सर्वेक्षण में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और उसके इलाज के लिए गंभीर बातें कही गई हैं. इस बीमारी से निपटने के लिए मनोचिकित्सकों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है.
22 July, 2024
Economic Survey 2024: आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 को पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि देश में मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर विस्तार से चर्चा करने की जरूरत है. इसके लिए मनोचिकित्सकों (Psychiatrists) की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है. रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर होने की जरूरत है, क्योंकि समाज में इसको लेकर जागरूकता बहुत कम है.
देश में मनोचिकित्सकों की बढ़ाने की जरूरत
सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि वर्तमान समय में कुछ चीजों में गड़बड़ियां हैं, जिन्हें दूर करने की जरूरत है. जिससे देश में मानसिक स्वास्थ्य के इलाज पर ठीक से काम किया जा सके. सर्वेक्षण में कहा गया कि सिर्फ मनोचिकित्सकों की संख्या दोगुनी करने से कई समाधान निकलकर सामने आएंगे. गौरतलब है कि, WHO की एक रिपोर्ट में वर्ष 2021 के दौरान ही प्रति लाख आबादी पर 0.75 मनोचिकित्सकों से बढ़ाकर 3 करने पर जोर दिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के साथ अच्छे अस्पताल भी खोलने की जरूरत है.
मेंटल हेल्थ का चैप्टर पाठ्यक्रम में शामिल होना चाहिए
आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि मानसिक तनाव को दूर किया जाना चाहिए और पीड़ितों के प्रति अपनापन भावना से इलाज किया जाना चाहिए. इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों और पुनर्वास कार्यक्रमों पर भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए. वित्त मंत्री ने कहा कि स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए, जिसमें सरल भाषा का उपयोग किया जाना चाहिए. बता दें कि, मेंटल हेल्थ के बारे में जागरूकता की कमी के कारण इस बीमारी को अव्यवहारिक बना देता है, जिसकी वजह से कई बार बुरे परिणाम देखने को मिलते हैं.
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