RBI Bulletin: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जुलाई महीने का बुलेटिन जारी कर दिया है. मंथली बुलेटिन में RBI ने खाद्य महंगाई में आई तेजी को लेकर चिंता जाहिर की है.
19 July, 2024
RBI Bulletin: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जुलाई महीने का बुलेटिन जारी कर दिया है. मंथली बुलेटिन में RBI ने खाद्य महंगाई में आई तेजी को लेकर चिंता जाहिर की है. जारी किए गए बुलेटिन के मुताबिक पिछले तीन महीने के दौरान महंगाई दर में कमी आई है, लेकिन जून 2024 में फिर से महंगाई में तेजी देखने को मिल रही है. इसके लिए सब्जियों की कीमतों में आई उछाल को जिम्मेदार बताया गया है.
खाद्य वस्तुओं की महंगाई में तेजी
बुलेटिन में बताया गया कि हर बार यह तर्क दिया जाता है कि खाद्य वस्तुओं की महंगाई में तेजी अस्थाई है, लेकिन पिछले एक साल की अगर बार करें तो यह बिल्कुल भी साबित नहीं हो रहा है. महंगाई में आई तेजी छोटी अवधि के लिए नहीं बल्कि लंबे समय के लिए है. बुलेटिन में लिखा गया है कि खाद्य वस्तुओं की कीमतों ने हेडलाइन इंफ्लेशन (Headline Inflation) को गति दी है, जिससे लोगों को बड़ा झटका लगा है. मॉनिटरी पॉलिसी और सप्लाई मैनेजमेंट के जरिए जो कोर और फ्यूल इंफ्लेशन में कमी आई है, उससे कोई फायदा नहीं हुआ है.
महंगाई की चिंता कम नहीं होती
RBI ने बुलेटिन कहा कि वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही की शुरुआत अर्थव्यवस्था में तेजी से हुई, लेकिन इससे महंगाई की चिंता कम नहीं होती है. जून 2024 की शुरुआत में नगदी के सरप्लस रहने के बाद दूसरे पखवाड़े में एडवांस टैक्स पेमेंट, जीएसटी भुगतान और सरकार की ओर से खर्च में सुस्ती की गई. इसके कारण नगदी की कमी देखने को मिली है. RBI ने बताया कि मार्च 2023 के खत्म होने तक घरेलू फाइनेंशियल एसेट्स जीडीपी का 135 प्रतिशत तक चला गया है.
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