Puri Ratna Bhandar: ओडिशा के पुरी में 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर के खजाने ‘रत्न भंडार’ को 46 साल बाद एक हफ्ते में दूसरी बार गुरुवार को खोला गया.
18 July, 2024
Puri Ratna Bhandar: ओडिशा के पुरी में 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर के खजाने रत्न भंडार को एक हफ्ते में दूसरी बार गुरुवार को खोला गया. ऐसा इसलिए किया गया ताकि रत्न भंडार के अंदर मौजूद कीमती सामान को अस्थाई स्ट्रांग रूम में रखा जा सके. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रत्न भंडार को सुबह 9 बजकर 51 मिनट पर खोला गया. इस दौरान मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी. भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों की पूजा-अर्चना के बाद ओडिशा सरकार की गठित सुपरवाइसरी समिति मंदिर के अंदर आई.
भक्तों को मंदिर में आने की अनुमति नहीं
श्रीजगन्नाथ मंदिर के ‘रत्न भंडार’ के सभी कीमती सामान को अस्थायी ‘रत्न भंडार’ में रखा जाएगा और इस दौरान भक्तों को मंदिर में आने की अनुमति नहीं है. मंदिर के प्रशासन ने बताया कि कीमती सामानों का स्थानांतरण जरूरी है. एएसआई की टीम जगन्नाथ मंदिर के खजाने रत्न भंडार के कीमती सामानों का संरक्षण करेगी. बता दें कि इससे पहले 46 साल बाद 14 जुलाई को भी ‘रत्न भंडार’ को खोला गया था.
जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए
कीमती सामानों की रक्षा के लिए सभी कंटेनरों में रखे आभूषणों को मंदिर के अंदर एक अस्थायी कोषागार में रखा जा रहा है. इसकी रक्षा के लिए जगह जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. अग्नि सुरक्षा उपायों और अन्य आवश्यक सावधानियों का भी ध्यान रखा गया है. जगन्नाथ मंदिर के खजाने रत्न भंडार के बाहरी कक्ष से पहले ही कीमती सामानों को ‘चांगडा मेकप’ कक्ष में रखा जा चुका है. इस कक्ष में भगवान के बिस्तर भी रखे जाते हैं. सभी आभूषणों को बाहर ले जाने के बाद एएसआई इसकी जांच करेगी. हालांकि एएसआई को आंतरिक कक्ष की चाबियां नहीं दी जाएंगी.
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