UP Politics : BJP सूत्रों ने कहा कि अभी उनकी प्राथमिकता राज्य की 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना है. चुनाव आयोग जल्द ही चुनाव की तारीख की घोषणा कर सकता है.
18 July, 2024
UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के मुकाबले कम सीटें मिलने के बाद BJP के भीतर अलग-अलग आवाजें उठ रही हैं. इन सबके बीच प्रदेश BJP अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पिछले दिनों BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली. इस दौरान भूपेंद्र चौधरी ने पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन की जानकारी भी दी. इसके अलावा संगठन के मुद्दे पर भी बातचीत की गई.
‘संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है’
उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के बीच मतभेदों की खबरों को तब हवा लगी, जब केशव प्रसाद मौर्य मौर्य ने 14 जुलाई को लखनऊ में हुई पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कहा- ‘संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है’. जेपी नड्डा ने भी इस बैठक में भाग लिया था, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में चुनावी हार के लिए ‘अति आत्मविश्वास’ को भी परोक्ष रूप से जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि पार्टी विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ के प्रचार अभियान का प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सकी.
2014 में BJP ने हासिल की थी बड़ी जीत
लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रदर्शन और BJP को लगे झटके के बाद संगठन में चल रही खींचतान पार्टी के लिए चिंता का सबब बनी हुई है, क्योंकि 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद से BJP के प्रमुख राजनीतिक ताकत के रूप में उभरने में उत्तर प्रदेश का बड़ा योगदान माना जाता है.
2024 में BJP को 43 सीटें ही मिलीं
BJP के नेतृत्व वाले NDA और समाजवादी पार्टी के पास पांच-पांच सीटें थीं. हाल के लोकसभा चुनावों में, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने राज्य की 80 लोकसभा सीटों में से 43 पर जीत हासिल की थी, जबकि BJP के नेतृत्व वाले NDA ने 36 सीटें जीती थीं. NDA ने साल 2019 में 64 सीटें जीती थीं.
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