IAS Pooja Khedkar Controversy : कार और आधिकारिक ऑफिस की मांग करने वाली आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने कहा कि मैं फर्जी खबर का शिकार हुई हूं. इसलिए मीडियाकर्मी जिम्मेदारी के साथ अपना काम करें.
16 July, 2024
IAS Pooja Khedkar Controversy : विवादास्पद आईएएस ऑफिसर पूजा खेडकर (IAS officer Pooja Khedkar) के ‘जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम’ पर रोक लगा दी गई है और कार्रवाई के लिए बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन एकेडमी में वापस बुला लिया गया है. खेडकर की भर्ती विकलांगता और OBC कैटेगरी के तहत हुई थी, जिस पर काफी विवाद शुरू हो गया. इस पूरे मामले में उन्होंने कहा कि वह फर्जी खबर की शिकार हुई हैं. वहीं, पुणे पुलिस ने साफ कर दिया है कि वह UPSC को मिले दिव्यांगता प्रमाणपत्र की जांच करेगी.
पूजा खेडकर को वापस एकेडमी ने बुलाया
महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव नितिन गद्रे (Maharashtra Additional Chief Secretary Nitin Gadre) ने पत्र लिखकर जानकारी दी कि लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी ने जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को रद्द करके वापस बुला लिया है. खेडकर को लिखे पत्र में कहा गया है कि आपको महाराष्ट्र सरकार के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम से मुक्त किया जाता है.
ऑफिस और कार की मांग कर बुरी फंसी IAS!
बता दें कि पूजा खेडकर पहली बार चर्चाओं में तब आईं जब उन्होंने कथित तौर पर अलग ऑफिस और आधिकारिक रूप से कार की मांग की. इसके अलावा प्राइवेट कार के लिए लालबत्ती भी मांगी थी. इसके बाद धीरे-धीरे उनके डॉक्यूमेंट पर सवाल खड़े होने लग गए और दिव्यांग प्रमाणपत्र काफी विवादों में आ गया. वहीं, यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल के डीन डॉ. राजेंद्र वाबले ने कहा कि खेडकर ने साल 2022 में बाएं घुटने के जोड़ के लिए दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवा लिया था. उन्होंने जब अपनी हेल्थ की जांच करवाई और यहां पर कई डॉक्टरों की जांच के बाद 24 अगस्त, 2024 को प्रमाणपत्र जारी कर दिया. डॉक्टर ने बताया कि पूजा के घुटने में करीब 7 प्रतिशत दिव्यांगता है.
मीडिया ने मेरे खिलाफ फेक खबर फैलाई
जर्नलिस्टों से बात करते हुए पूजा ने कहा कि वह फर्जी खबरों का शिकार हुई हैं. उन्होंने कहा कि मेरे बारे में प्रति दिन फेक न्यूज फैलाई जा रही है और मुझे बदनामी का शिकार होना पड़ रहा है. पूजा ने कहा कि मैं मीडिया से कहना चाहती हूं कि वह अपनी जिम्मेदारी समझे और पत्रकारिता को तथ्यात्मक खबर छापे.
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