Earphones Side Effects: हेडफोन के बढ़ते उपयोग से सेहत और खासतौर पर सुनने की क्षमता बेहद प्रभावित होती है. डॉक्टरों ने इससे जुड़े खतरों के बारे में लोगों को आगाह किया है.
16 July, 2024
Earphones Side Effects: हेडफोन का लगातार बढ़ता इस्तेमाल लोगों की हेल्थ और खास तौर पर सुनने की क्षमता पर असर डाल रहा है. डॉक्टर्स ने लंबे वक्त तक और तेज आवाज वाले हेडफोन के इस्तेमाल से जुड़े संभावित खतरों के बारे में आगाह किया है. मैक्स अस्पताल के सीनियर न्यूरोसर्जन डॉ. अनिल धर का कहना है कि हमारे कान के अंदर कुछ हेयरिंग सेल्स होते हैं. इन सेल्स का काम उन संकेतों को ट्रांसमिट करना होता है जो आवाज के रूप में काम करते हैं. ऐसे में जब हमें हाई डेसीबल साउंड मिलती है तो ये हमारे हेयरिंग सेल्स पर प्रभाव डालती हैं, जिससे हमें सुनने में दिक्कत होने लगती है.
हेडफोन का ज्यादा इस्तेमाल खतरनाक
- सुनने की क्षमता पर पड़ रहा असर
- तेज आवाज और लंबे वक्त तक इस्तेमाल खतरनाक
हेडफोन कैसे पहुंचा सकता है नुकसान?
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र की मानें तो 85 डेसिबल से अधिक साउंड लेवल के संपर्क में लंबे वक्त तक रहने से सुनने की क्षमता को नुकसान पहुंच सकता है. पर्सनली यूज वाले हेड फोन या ईयर बड्स अक्सर 105-110 डेसिबल तक की साउंड तक पहुंच जाते हैं, जो कुछ ही मिनटों में कान को हानि पहुंचा सकते हैं. एक्सपर्ट्स ने छोटे बच्चों के माता-पिता को सलाह दी है कि वे अपने बच्चों को ज्यादा आवाज के कारण होने वाले खतरे से बचाएं.
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साउंड लेवल पर CDC की गाइडलाइंस
- पर्सनली यूज के उपकरणों से सबसे ज्यादा नुकसान
- 85 डेसिबल से ज्यादा साउंड लेवल से नुकसान
- सुनने में सावधानी बरतने की जरूरत
हेडफोन का कान के स्ट्रक्चर और शेप पर असर
ENT स्पेशलिस्ट डॉ. बलबीर सिंह गांधी ने बताया कि हमारे पास ऐसे कई मरीज आते हैं जो नियमित तौर पर इयरफोन का उपयोग करते हैं. फिर चाहें उनकी उम्र कुछ भी हो. आजकल तो 10 साल के बच्चों को भी माता-पिता ईयरफोन्स दे देते हैं जिससे वो गाने सुनना शुरू कर देते हैं. अगर कोई लगातार इयरफोन का उपयोग करता है तो उसे कान में दिक्कत हो सकती है क्योंकि इससे कान के स्ट्रक्चर पर असर पड़ता है. वहीं, इससे कान के शेप पर भी असर पड़ सकता है.
बढती टेक्नोलॉजी सेहत को कैसे करती है प्रभावित?
हेडफोन की सुविधा और इसकी बढ़ती लोकप्रियता के बीच हमें इसके खतरों को भी समझने की जरूरत है. जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे हमारे म्यूजिक का आनंद लेने और कम्यूनिकेशन करने के तरीके भी डेवलेप होते जा रहे हैं. ऐसे में हमें अपनी आदतों पर ध्यान देने और हद से ज्यादा हेडफोन और इयर बड्स को अपने कान में लगाने से बचना चाहिए ताकि आपके सुनने की क्षमता पर असर ना पड़े.
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