Maharashtra Politics : महाराष्ट्र में शिवसेना पार्टी में 2 फाड़ होने को लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि उद्धव ठाकरे के साथ धोखा हुआ है और जो लोग विश्वाघात करते हैं वह कभी हिंदू नहीं हो सकते.
15 July, 2024
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र में शिवसेना में दो फाड़ होने के बाद पहली बार स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Swami Avimukteshwarananda Saraswati) का बयान सामने आया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) विश्वासघात का शिकार हुए हैं. स्वामी ने ठाकरे के आवास मातोश्री में मुलाकात के मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके साथ विश्वासघात हुआ है और इससे राज्य के कई लोग काफी दुखी हैं.
‘विश्वासघात करने वाला हिंदू नहीं हो सकता’
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि मैंने उनके (उद्धव ठाकरे) के अनुरोध पर मुलाकात की और उनसे कहा कि जब तक वह दोबारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री नहीं बन जाते हैं तब तक लोगों का दर्द कम नहीं होगा. उधर, उद्धव ने कहा कि महाराज के आशीर्वाद से जो भी आवश्यक होगा हम उस करेंगे. अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि विश्वासघात सबसे बड़ा पाप है और जो ऐसा करता है वह हिंदू नहीं हो सकता है, लेकिन जो व्यक्ति विश्वासघात सहन करता है वो असली हिंदू है.
दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की आधारशिला पर बोले स्वामी
स्वामी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि हमारा राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. हम सिर्फ विश्वासघात की बात कर रहे हैं जो हिंदू धर्म के अनुसार सबसे बड़ा पाप है. वहीं, नई दिल्ली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 10 जुलाई को केदारनाथ मंदिर की आधारशिला रखी, इसका जवाब देते हुए अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जब केदारनाथ का पता पहाड़ों में है तो यह दिल्ली में स्थापित कैसे हो सकता है? उन्होंने सवाल पूछा कि आप लोगों को भ्रमित क्यों कर रहे हैं?
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