Home Ministry : सरकारी ई-नोटिस के माध्यम से फर्जी मेल भेजकर साइबर अपराधी आम लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं. इन्हीं घटनाओं को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने नागरिकों को जागरूक करने के लिए विज्ञापन जारी किया.
14 July, 2024
Home Ministry : केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर क्राइम विंग ने रविवार को बड़ी जानकारी दी. साइबर क्राइम विंग ने ईमेल के माध्यम से मिलने वाले सरकारी ई-नोटिस को लेकर सचेत रहने को कहा है. साथ ही कहा है कि संदिग्ध ई-नोटिस मिलने पर पहले उसमें लिखे अधिकारी के नाम की पुष्टि करें. इसके लिए इंटरनेट पर चेक करें या फिर संबंधित विभाग को कॉल करके कंफर्म करें. साइबर क्राइम विंग ने विज्ञापन जारी कर यूजर्स को सरकारी ई-नोटिस की आड़ में भेजे गए फर्जी ई-मेल से सावधान रहने की अपील की है.
फर्जी मेल से बचने के लिए सरकार ने दी जानकारी
मंत्रालय की तरफ से जारी विज्ञापन में दी गई जानकारी के मुताबिक, फर्जी मेल के नाम पर यूजर्स साइबर क्राइम का शिकार हो सकते हैं. विंग ने ऐसे ईमेल पर क्लिक करने या उसका जवाब देने से पहले कुछ उपाय सुझाए हैं. उन्होंने कहा है कि सरकार की असली वेबसाइट के अंत में gov.in लगा होता है. असली वेबसाइट पर जाकर चेक करना चाहिए कि, क्या पूरा मामला है? ईमेल में जिस अधिकारी का नाम है उसे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक कीजिए. इसके अलावा फोन करके भी इसके बारे में सही जानकारी जुटा सकते हैं.
साइबर अपराध समन्वय केंद्र करता है लोगों को सचेत
गृह मंत्रालय से पहले केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने ईमेल यूजर्स को दिल्ली पुलिस साइबर क्राइम, आर्थिक अपराध, केंद्रीय आर्थिक खुफिया ब्यूरो (CEIB), खुफिया ब्यूरो और दिल्ली के साइबर सेल के नाम, हस्ताक्षर, मुहर और लोगो से मिलने वाले ईमेल के बारे में सचेत किया था. बता दें कि साइबर अपराधों से निपटने के लिए गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र समय-समय पर लोगों को सचेत करने के लिए जानकारी साझा करता रहता है.
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