Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ घटना की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में बुधवार को एक याचिका दायर की गई. मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति नियुक्त करने की मांग की गई.
03 July, 2024
Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ की घटना को लेकर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में वकील विशाल तिवारी ने एक याचिका दायर की. इसमें उत्तर प्रदेश सरकार से 2 जुलाई यानी मंगलवार की घटना पर एक स्थिति रिपोर्ट पेश करने और अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ लापरवाही के लिए कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है. याचिका में सभी राज्य सरकारों को भगदड़ की घटनाओं से निपटने के लिए ब्लॉक व तहसील से जिला स्तर तक उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति प्रस्तुत करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है.
फुलरई गांव में हुई थी घटना
हाथरस से 47 किमी दूर फुलरई गांव में मंगलवार को एक सत्संग का कार्यक्रम चल रहा था. सत्संग में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा भक्तों को प्रवचन दे रहे थे. सत्संग खत्म होने के बाद बाबा के चरणों की धूल लेने के लिए भक्तों की भीड़ लग गई. इसी बीच भक्तों की भीड़ को काबू करने के लिए पानी की बौछारें की गई, जिससे भगदड़ हो गई. लोग एक-दूसरे के ऊपर से होकर गुजरने लगे. इस हादसे में अब तक 122 लोग मारे जा चुके हैं.
घायलों से मिले सीएम योगी
हाथरस में भगदड़ की घटना के बाद बुधवार सुबह सीएम योगी (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने हाथरस का दौरा किया. उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने हाथरस के जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना.
कौन है नारायण साकार
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा असली नाम सूरज पाल है. एटा का रहने वाला है नारायण साकार. करीब 25 साल से सत्संग कर रहा है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा और राजस्थान में भी इसके अनुयायी हैं.