Home Education किताबों में ‘भारत’ व ‘इंडिया’ दोनों शब्दों का होगा इस्तेमाल, NCERT प्रमुख का सामने आया अहम बयान

किताबों में ‘भारत’ व ‘इंडिया’ दोनों शब्दों का होगा इस्तेमाल, NCERT प्रमुख का सामने आया अहम बयान

by Pooja Attri
0 comment
ncert

NCERT के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा है कि NCERT की पाठ्यपुस्तकों में ‘भारत’ और ‘इंडिया’ का उपयोग परस्पर विनिमय के लिए किया जाएगा. इसको लेकर बहस करना बेकार है.

17 June, 2024

NCERT Chief: एनसीईआरटी प्रमुख दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा कि NCERT की किताबों में ‘भारत’ व ‘इंडिया’ दोनों शब्दों का इस्तेमाल किया जाएगा. परिषद को ‘भारत’ या ‘इंडिया’ से कोई परहेज नहीं है. हम भारत का इस्तेमाल कर सकते हैं, हम इंडिया का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, इसमें समस्या क्या है? हमें इस पर बहस नहीं करनी हैं. जहां भी हमें ठीक लगेगा हम इंडिया का और जहां ठीक लगेगा भारत का इस्तेमाल करेंगे. हमें इंडिया या भारत से कोई परहेज नहीं है.

‘भारत’ या ‘इंडिया’ से कोई आपत्ति नहीं

NCERT प्रमुख दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा कि दोनों शब्दों का इस्तेमाल NCERT की किताबों में किया जाएगा. विभाग को ‘भारत’ या ‘इंडिया’ वाले शब्द से कोई आपत्ति नहीं है. यह विनिमेय है. हम वही करेंगे जो हमारा संविधान कहता है. हम इसका समर्थन करते हैं.

इंडिया’ और ‘भारत’ से विरोध नहीं

NCERT प्रमुख ने कहा कि पाठ्यपुस्तकों में हम ‘भारत’ और ‘इंडिया’ दोनों शब्दों का उपयोग कर सकते हैं. इसमें हमें कोई समस्या नहीं है. जहां भी यह उपयुक्त होगा हम भारत का उपयोग करेंगे. हमें इंडिया या भारत से कोई विरोध नहीं है. सकलानी ने यह भी कहा कि आप देख सकते हैं कि दोनों का इस्तेमाल हमारी पाठ्यपुस्तकों में पहले से ही किया जा रहा है और यह नई पाठ्यपुस्तकों में भी जारी रहेगा.

भारत’ एक सदियों पुराना नाम है

स्कूली पाठ्यक्रम को संशोधित करने के लिए NCERT द्वारा गठित सामाजिक विज्ञान की एक उच्च-स्तरीय समिति ने पिछले साल एक सिफारिश की थी कि सभी कक्षाओं की पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ के स्थान पर ‘भारत’ शब्द रखा जाना चाहिए. समिति के अध्यक्ष सीआई इसाक ने कहा था कि उन्होंने पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ के स्थान पर ‘भारत’ शब्द रखने व पाठ्यक्रम में ‘प्राचीन इतिहास’ के स्थान पर ‘शास्त्रीय इतिहास’ को शामिल करने तथा सभी विषयों के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को शामिल करने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि ‘समिति ने सर्वसम्मति से सिफारिश की है कि सभी कक्षाओं के छात्रों की पाठ्यपुस्तकों में भारत नाम का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. भारत एक सदियों पुराना नाम है. भारत नाम का इस्तेमाल प्राचीन ग्रंथों में किया गया है, जैसे कि विष्णु पुराण, जो 7,000 साल पुराना है.

जी20 के निमंत्रण पत्र पर लिखा था ‘भारत’

भारत नाम पहली बार आधिकारिक तौर पर पिछले साल सामने आया था जब सरकार ने ‘INDIA के राष्ट्रपति’ के बजाय ‘भारत के राष्ट्रपति’ के नाम पर जी20 का निमंत्रण भेजा था. बाद में, नई दिल्ली में शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेम प्लेट पर भी ‘INDIA’ की बजाय ‘भारत’ लिखा हुआ था.

यह भी पढ़ें: NCERT बुक्स से बाबरी मस्जिद का चैप्टर आउट, जानिए स्कूली सिलेबस में और क्या हुए बड़े बदलाव

You may also like

Leave a Comment

Feature Posts

Newsletter

Subscribe my Newsletter for new blog posts, tips & new photos. Let's stay updated!

@2024 Live Times News. All Right Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00