NCERT Revised Books: NCERT ने 11वीं और 12वीं क्लास की सिलेबस में 8 बड़े बदलाव किए गए हैं. इसमें अब बाबरी मस्जिद समेत अयोध्या, राम जन्मभूमि और गोधरा कांड से जुड़े अध्याय नहीं मिलेंगे.
16 June, 2024
NCERT Revised Books: NCERT ने 11वीं और 12वीं क्लास का नया सिलेबस जारी कर दिया है. इसमें 8 बड़े बदलाव किए गए हैं. इस बदलाव के बाद एक बार फिर से बाबरी मस्जिद पर चर्चा तेज हो गई है. कुछ अहम बदलावों में बाबरी मस्जिद का नाम नहीं लिखना शामिल है. इसके साथ ही अयोध्या मामले से जुड़ी जानकारी को घटाकर अब आधा कर दिया गया है.
सिलेबस में बदलाव का आधार क्या?
NCERT के मुताबिक ये बदलाव अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के 2019 के फैसले के आधार पर किए गए हैं. किताब में बाबरी मस्जिद की जगह इसका नाम ‘तीन गुंबदों वाली संरचना’ लिखा है. NCERT की किताब से बाबरी मस्जिद विध्वंस और हिंदुत्व का जिक्र हटा दिया गया है. बता दें कि पहले किताब में 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराए जाने और भारतीय राजनीति, राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता पर पड़ने वाले असर के बारे में विस्तार से लिखा था. लेकिन नई किताब में इसकी जगह सदियों पुराने राम जन्मभूमि मंदिर को लेकर कानूनी और राजनीतिक विवाद का जिक्र होगा. नए सिलेबस में ये भी बताया जाएगा कि 9 नवंबर, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसले के बाद कैसे सब कुछ बदल गया. कैसे अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का सपना साकार हुआ, ये सब अब नए सिलेबस में लिखा गया है.
पाकिस्तान वाले चैप्टर में भी बदलाव
NCERT की पहले की किताब में पाकिस्तान को लेकर ये जिक्र था कि बंटवारे के दौरान किस तरह से हिंसा हुई, लाखों लोगों का पलायन हुआ, दोनों ओर से हजारों महिलाओं का अपहरण औऱ उनका धर्म परिवर्तन कराकर जबरन शादी कराई गई. नई किताब में इन सब को हटा दिया गया है.
‘लेफ्ट’ का मतलब भी बदला
‘लेफ्ट’ का मतलब NCERT की किताब में लिखा गया था कि गरीबों का साथ देने वाले लोग और उनके हक के लिए लड़ने वाले लोग. लेकिन NCERT की नई सिलेबस में ‘Left’ अब उन्हें कहा गया है, जो खुली प्रतिस्पर्धा की बजाय अर्थव्यवस्था पर सरकारी नियंत्रण चाहते हैं.
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