Home Education Explainer: SC के दखल के बाद भी क्यों नहीं थम रहा NEET EXAM विवाद, देश भर में सड़कों पर उतरे छात्र, किन सवालों का नहीं मिल रहा अब भी जवाब?

Explainer: SC के दखल के बाद भी क्यों नहीं थम रहा NEET EXAM विवाद, देश भर में सड़कों पर उतरे छात्र, किन सवालों का नहीं मिल रहा अब भी जवाब?

by Rashmi Rani
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NEET Exam Scam

NEET Exam Scam: क्या मेडिकल प्रवेश की सबसे बड़ी परीक्षा में धांधली की गई है? ये सवाल रिजल्ट आने के बाद से ही गूंज रहा है. लेकिन गुरुवार को इस पर बवाल और बढ़ गया.

13 June, 2024

NEET Exam Scam: NEET EXAM में धांधली को लेकर आज दो बड़े अपडेट रहे. पहला अपडेट सुप्रीम कोर्ट से आया. कोर्ट में ये तय हुआ कि ग्रेस मार्किंग वाले 1563 छात्रों को दोबारा एग्जाम का मौका दिया जाएगा. जो छात्र एग्जाम नहीं देंगे, उनका रिजल्ट ग्रेस मार्क के बिना जारी किया जाएगा. ये परीक्षा 23 जून को होगी और रिजल्ट 30 जून को आएगा. साथ ही कोर्ट ने परीक्षा में धांधली से जुड़ी याचिकाओं पर NTA से 2 हफ्ते में जवाब मांगा है.

दूसरा अपडेट सत्ता और सियासत से जुड़ा रहा. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बीच केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का ये बयान आया कि परीक्षा में कोई धांधली के सबूूत नहीं हैं. लेकिन इस बयान से विवाद शांत होने की बजाय और बढ़ता गया.

सरकार के जवाब से विपक्ष नाराज, छात्र असंतुष्ट

विपक्ष के आरोपों पर हम आगे बात करेंगे, उससे पहले मोटे तौर पर छात्रों का सवाल समझ लेते हैं. क्योंकि पूरे मामले में यही सबसे ज्यादा प्रभावित पक्ष है. छात्रों का सवाल है कि, NEET EXAM में जहां हर साल एक या दो टॉपर निकलते थे, तो इस साल टोटल 67 टॉपर कैसे निकले? और सबसे बड़ा सवाल, सभी टॉपर्स को 100% नंबर कैसे मिले, यानी कुल 720 में से परफेक्ट 720 अंक. ये कैसे हो गया?

छात्रों की मांग- रद्द हो NEET EXAM

सुप्रीम कोर्ट ने हालांकि NEET-UG के रिजल्ट और काउंसलिंग पर रोक लगाने से इन्कार किया है, लेकिन देश भर में सड़क पर उतरे छात्रों की मांग NEET-UG परीक्षा परिणाम को निरस्त किए जाने की है. इस मांग के साथ छात्र देश के अलग-अलग शहरों में सड़कों पर उतर गए.

दिल्ली के जंतर-मंतर पर सैकड़ों छात्र हाथों में NEET SATYAGRAH जैसी तख्तियां थामे कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली के अलावा लखनऊ, पटना, रांची, वाराणसी, जयपुर और चेन्नई में NEET के प्रतियोगियों ने प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार करना शुरू कर दिया. देखते ही देखते देश के हर कोने से छात्रों के प्रदर्शन की खबरें सामने आने लगी. छात्रों की मांग है कि इस पूरे मामले की जांच हो और परीक्षा दोबारा कराई जाए.

कांग्रेस बोली- देश का गुस्सा संसद में गूंजेगा!

NEET एग्जाम में धांधली को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीधे केन्द्र सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा किया. खरगे ने दावा किया कि NEET परीक्षा की जांच की मांग के प्रति BJP सरकार का रवैया गैर जिम्मेदाराना और असंवेदनशील है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, ‘ इस मामले पर देश में गुस्सा संसद के अंदर भी गूंजेगा. सरकार को फौरन NTA के महानिदेशक को पद से हटा देना चाहिए’.

खरगे ने यहां तक दावा किया कि, ‘ NEET परीक्षा में ग्रेस मार्क्स ही एकमात्र समस्या नहीं थी. इसमें धांधली हुई है, पेपर लीक हुए हैं, भ्रष्टाचार हुआ है. मोदी सरकार के कारण 24 लाख छात्रों का भविष्य दांव पर है. इस पूरे मामले की CBI जांच होनी चाहिए. ’

वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि, ‘ NEET EXAM का रिजल्ट एक साजिश के तहत 4 जून को घोषित किया गया. सरकार को पहले से पता था कि तूफान आने वाला है और वे इससे बचना चाहती थी. ये उनकी चाल थी कि 4 जून को जब पूरा देश चुनाव नतीजों के बारे में बात कर रहा होगा तब नीट नतीजों की घोषणा कर दी जाए, ताकि इस पर किसी का ध्यान नहीं जाए’.

यह भी पढ़ें : NEET UG 2024 EXAM : ग्रेस मार्किंग वाले 1563 छात्रों को दोबारा परीक्षा का विकल्प, जो EXAM नहीं देंगे, उनके ग्रेस मार्क्स नहीं जुड़ेंगे

सरकार दे रही NEET को क्लीन चिट

पूरे विवाद के बीच केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान सामने आए और NTA को क्लीन चिट देते नजर आए. उन्होंने कहा कि ‘पूरे देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि NEET को लेकर कोई बड़ी गड़बड़ी हुई है. मैं आपको बता दूं कि NEET में 24 लाख छात्र शामिल हुए हैं और इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी हो रही है, जो कि लगभग 1550 छात्रों से संबंधित है. कुछ बड़े सवाल उठाए गए हैं. सरकार छात्रों के मुद्दों को गंभीरता से लेने के लिए तैयार है. जिम्मेदार लोगों को निश्चित रूप से दंडित किया जाएगा NTA पूरी पारदर्शिता के साथ छात्रों को न्याय देने के लिए प्रतिबद्ध है.’

सरकार ने दिया जवाब, जस के तस सवाल

NEET की परीक्षा इस साल 5 मई को हुई थी, जिसका रिजल्ट 4 जून को जारी किया गया. लेकिन नतीजे के दिन से ही विवाद बड़ा होता जा रहा है. सबसे बड़ा सवाल तो है उन छात्रों का, जिन्हें NTA ने ग्रेस मार्क्स दिए. इसका कोई ठोस मापदंड टेस्टिंग एजेंसी कोर्ट को भी नहीं बता पाई.

छात्रों का कहना है कि केवल खास सेंटर्स पर ही छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए, जबकि कई सेंटर्स पर तो पेपर ही लेट दिए गए. इस सवाल पर NTA को कोर्ट में ग्रेस मार्किंग वाले छात्रों की परीक्षा दोबारा लेने की बात माननी पड़ी.

एक एग्जाम सेंटर से 6-6 टॉपर्स कैसे?

इस साल जनरल कैटेगरी का कटऑफ 720-164 रहा. इसमें टॉपर्स की संख्या 67 है. दूसरा सबसे बड़ा सवाल इसी संख्या को लेकर है. छात्रों का कहना है कि बड़ी बात तो यह है कि टॉपर्स में से कई ऐसे हैं, जो एक ही एग्जाम सेंटर से हैं. इनमें एक ही एग्जाम सेंटर से 6 टॉपर्स होने की बात भी सामने आई.

एक्सपर्ट्स की मानें तो जिनकी रैंक 68 और 69 आई है, उनके 718 और 719 अंक आए हैं. जबकि नीट की मार्किंग स्कीम के मुताबिक ऐसा संभव ही नहीं है. इन सवालों के साथ एक बड़ा दावा परीक्षा से पहले ही कई सेंटर्स पर पर्चा लीक होने का भी किया जा रहा है. विपक्ष और छात्र इन तमाम आशंकाओं को देखते हुए जांच की मांग कर रहें हैं.

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