Amaravati : चंद्रबाबू नायडू के इस विचार को 2019 में उस वक्त झटका लगा जब टीडीपी सत्ता से बाहर हो गई और वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी ने शानदार जीत हासिल की.
11 June, 2024
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ लेने से एक दिन पहले टीडीपी सुप्रीमो एन. चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को अमरावती को राज्य की इकलौती राजधानी बनाने का एलान किया है. नायडू ने यह एलान TDP, BJP और जनसेना विधायकों की एक ज्वाइंट मीटिंग में किया/ मीटिंग में उन्हें सर्वसम्मति से आंध्र प्रदेश विधानसभा में NDA का नेता चुना गया.
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि हमारी सरकार में तीन राजधानियों के नाम पर कोई खेल नहीं होगा. हमारी राजधानी अमरावती है और अमरावती ही रहेगी. बता दें कि 2014 से 2019 के बीच आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने अमरावती को राजधानी बनाने का विचार रखा था.
जगन मोहन रेड्डी ने अमरावती को राजधानी बनाने की योजनाओं पर पानी फेर दिया और तीन राजधानियों का नया आइडिया पेश किया. इस पर अब नायडू ने इसे पलटते हुए अमरावती की एकमात्र राजधानी बनाने का एलान कर दिया. TDP, BJP और जनसेना के एनडीए गठबंधन ने राज्य में हाल ही में हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में 164 विधानसभा सीटों और 21 लोकसभा सीटों के साथ भारी बहुमत से जीत हासिल की. इस जीत ने अमरावती राजधानी शहर परियोजना में नई जान फूंक दी है.
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- यहां पर बता दें कि अमरावती का नाम अम्बादेवी मंदिर नाम पर रखा गया है. जानकारों की मानें तो अमरावती के अस्तित्व का प्राचीन प्रमाण भगवान आदिनाथ (जैन भगवान) ऋषभनाथ की संगमरमर की मूर्ति के आधार पर पत्थर के नक्काशीदार शिलालेख से मिलता है. माना जाता है कि यहां वर्ष 1097 में स्थापित की गई थीं.
- मरावती को 1750 में फ़्रांसीसियों और 1759 में अंग्रेजों ने भी उपनिवेश बनाया था.
प्राचीन भारत के विदेशी तीर्थयात्रियों में से एक चीनी यात्री और बौद्ध भिक्षु ह्वेन त्सांग ने 640 ईस्वी में अमरावती का दौरा किया था. - ऐसा माना जाता है कि अमरावती कला भारतीय कला के 3 प्रमुख प्राचीन विद्यालयों में से एक है. यह भी सत्य है कि अमरावती कला के कई कार्य चेन्नई के सरकारी संग्रहालय और लंदन के ब्रिटिश संग्रहालय में संरक्षित हैं. इसके अलावा, श्रीलंका की कला सहित दक्षिण-पूर्व एशियाई कलाएं इससे प्रभावित हैं, यह मान्यता है.
- अमरावती भगवान शिव के कई मंदिर हैं , जिनमें से सबसे प्रसिद्ध भगवान अमरलिंगेश्वर या अमरेश्वर स्वामी मंदिर है. यहां पर बौद्धों के भी कई मंदिर हैं.
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