Lok Sabha Election 2024 : चुनाव अधिकार निकाय एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक के एक विश्लेषण के अनुसार 543 नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्यों में से 251 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं और उनमें से 27 को दोषी ठहराया गया है.
06 June, 2024
Lok Sabha Election 2024 : चुनाव अधिकार निकाय एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक के एक विश्लेषण के अनुसार 543 नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्यों में से 251 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं और उनमें से 27 को दोषी ठहराया गया है. यह निचले सदन के लिए चुने जाने वाले आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले उम्मीदवारों की सबसे अधिक संख्या है. कुल 43 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे. वहीं, 2014 में 185 (34 प्रतिशत), 2009 में 162 (30 प्रतिशत) और 2004 में 125 (23 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे. विश्लेषण के अनुसार 2009 के बाद से घोषित आपराधिक मामलों वाले सांसदों की संख्या में 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
170 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज
वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 में जीतने वाले 251 उम्मीदवारों में से 170 पर गंभीर आपराधिक मामले हैं, जिनमें बलात्कार, हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध शामिल हैं. विश्लेषण के अनुसार 2009 के बाद से घोषित गंभीर आपराधिक मामलों वाले सांसदों की संख्या में 124 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं, 27 विजयी उम्मीदवारों ने घोषणा की है कि उन्हें आपराधिक मामलों में दोषी ठहराया गया है, चार ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 के तहत हत्या से संबंधित मामले घोषित किए हैं, और 27 ने आईपीसी की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास से संबंधित मामले घोषित किए हैं. पंद्रह विजेता उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है, जिनमें आईपीसी की धारा 376 के तहत बलात्कार के दो आरोपों का सामना करना पड़ रहा है.
BJP के
किस पार्टी में कितने उम्मीदवार अपराधी
18वीं लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी BJP के 240 विजयी उम्मीदवारों में से 94 (39 प्रतिशत) ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं. कांग्रेस के 99 विजयी उम्मीदवारों में से 49 (49 प्रतिशत) ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं और समाजवादी पार्टी के 37 उम्मीदवारों में से 21 (45 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. टीएमसी के 29 में से 13 (45 प्रतिशत), डीएमके के 22 में से 13 (59 प्रतिशत), टीडीपी के 16 में से आठ (50 प्रतिशत), और शिव सेना के सात विजयी उम्मीदवारों में से पांच (71 प्रतिशत) ने आपराधिक घोषित किया है.
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