Gun Shooting Championship: पिछले साल मार्च में हुए भोपाल विश्व कप में निशानेबाजी के चैंपियंस ने टॉप के कोच पर राइफलों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है.
28 May, 2024
Gun Shooting Championship: एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय कोच पर कुछ निशानेबाजों के माता-पिता ने उनकी राइफलों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है, इस आरोप का राष्ट्रीय महासंघ ने जोरदार खंडन किया है और पीड़ित व्यक्तियों से शिकायत दर्ज करने का आग्रह किया है. कथित रूप से प्रभावित निशानेबाजों के माता-पिता में से एक ने नाम बताने से इनकार किया. इसके बाद मंगलवार को बताया कि कोच द्वारा मूल राइफल “खराब” कर दिए जाने के बाद उन्हें अपने बच्चे के लिए एक नया उपकरण खरीदना पड़ा. इसके अलावा उन्होंने कोच की पहचान बताने से इनकार किया.
Gun Shooting Championship: निशानेबाज के पिता ने कही ये बात
इसमें से एक निशानेबाज ने बताया कि मेरे वार्ड की बंदूक कोच ने खराब कर दी थी. इस वजह से हमें एक नई बंदूक खरीदनी पड़ी. विश्व कप निशानेबाज के पिता ने कहा कि एक दिन पहले ही निशानेबाज की मंजूरी के बिना कोच कैसे आ सकता है और सेटिंग में ये सभी बदलाव कैसे कर सकता है. बता दें कि यह पिछले साल भोपाल में आईएसएसएफ विश्व कप (ISSF World Cup in Bhopal) के दौरान हुआ था. इतना ही नहीं हर दूसरे मैच में कोच ऐसा करता है. जब भी कोच विदेश जाते हैं तो यह सब चीजें होती हैं.
Gun Shooting Championship : ओलंपिक के लिए विचार करने का अनुरोध
दूसरी तरफ एयर राइफल निशानेबाज नैन्सी ने भी हाल ही में ओलंपिक चयन ट्रायल में चौथे स्थान पर रहीं और तिलोत्तमा सेन, जो ओएसटी (OST) के बाद तीसरे स्थान पर रहीं. एनआरएआई (NRAI) को पत्र लिखकर महासंघ से ओलंपिक के लिए विचार करने का अनुरोध किया है. जबकि नैन्सी एक ‘मानित कोटा विजेता’ है, तिलोत्तमा ने पिछले साल दक्षिण कोरिया में एशियाई चैम्पियनशिप में पेरिस कोटा हासिल किया था. अपने पत्र में नैन्सी ने कहा है कि सिर्फ ट्रायल से ज्यादा, “एक एथलीट के पिछले एक साल के समग्र प्रदर्शन और उसके अंतर्राष्ट्रीय मैचों पर भी विचार किया जाना चाहिए.
Gun Shooting Championship: एनआरएआई सचिव राजीव भाटिया
एनआरएआई सचिव राजीव भाटिया (NRAI Secretary Rajiv Bhatia) ने आरोप का खंडन करते हुए कहा कि उन्हें ऐसे किसी उदाहरण की जानकारी नहीं है. भाटिया ने कहा कि मुझे कोई जानकारी नहीं है. किसी ने हमसे संपर्क नहीं किया है. हमें कुछ भी नहीं मिला है. मुझे नहीं लगता कि ऐसा किया गया है. इसके अलावा अगर ऐसा कुछ किया भी गया है तो उनमें (निशानेबाजों को) आगे आने का साहस होना चाहिए. जब उनका चयन नहीं हुआ तो ऐसे आरोप क्यों लगते हैं? भोपाल विश्व कप पिछले साल मार्च में हुआ था, इतना समय बीत चुका है.
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