India-Britain Relations : वर्ष 2021 में भारत और यूके ने व्यापार, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और लोगों से लोगों के बीच संबंधों का विस्तार करने के लिए 10 साल का रोडमैप अपनाया.
18 May, 2024
India-Britain Relations : विदेश मंत्रालय (MEA) ने शनिवार को कहा कि विदेश सचिव विनय क्वात्रा दो दिवसीय यात्रा पर लंदन पहुंचे हैं. यहां पर भारत-ब्रिटेन के बीच ‘रोडमैप-2030’ पर समीक्षा की गई. दोनों पक्षों में व्यापार, रक्षा, सुरक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और लोगों से लोगों के बीच विचारों के आदान-प्रदान पर जोर दिया गया. वहीं दोनों देशों के बीच विदेश कार्यालय परामर्श (FOC) के 16वें दौर में भाग लेने के लिए विदेश सचिव ने 16 से 17 मई तक यूके का दौरा किया.
कई क्षेत्रों में हुआ समझौता
FOC में विदेश सचिव ने यूके के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (FCDO) में स्थायी अवर सचिव सर फिलिप बार्टन के साथ बातचीत की. क्वात्रा ने राज्य मंत्री (विदेश कार्यालय) लॉर्ड तारिक अहमद, रक्षा खरीद राज्य मंत्री जेम्स कार्टलिज, एनएसए सर टिम बैरो, गृह कार्यालय के स्थायी सचिव मैथ्यू रीक्रॉफ्ट, मुख्य व्यापार वार्ताकार क्रॉफर्ड फाल्कनर और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री के वरिष्ठ विदेश नीति सलाहकार के साथ भी बैठकें कीं.
क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर हुई गंभीर चर्चा
इस दौरान विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम और आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. इसमें कहा गया कि विदेश सचिव ने रोडमैप 2030 की विस्तृत समीक्षा की. सभी स्तंभों में अच्छी प्रगति का स्वागत करते हुए महत्वाकांक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए अपनी रुचि को रेखांकित किया और व्यापार और आर्थिक, रक्षा और सुरक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, लोगों से लोगों के संबंधों और गतिशीलता, ऊर्जा सहित द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की.
भारत बना ब्रिटेन का व्यापक रणनीतिक साझेदार
भारत और ब्रिटेन एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं जिसे नियमित उच्च स्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान और द्विपक्षीय संस्थागत तंत्र की बैठकों के माध्यम से सभी क्षेत्रों में मजबूत किया गया है. मई 2021 में भारत-ब्रिटेन संबंध को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया. दोनों पक्ष फिलहाल मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं. दोनों पक्ष समुद्री क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने के इच्छुक हैं. जून 2021 में यूके ने भारतीय नौसेना के सूचना संलयन केंद्र (IFC) में एक संपर्क अधिकारी तैनात किया, जो हिंद महासागर क्षेत्र में जहाजों की गतिविधियों और अन्य विकासों पर नज़र रखने में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है.
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