Swati Maliwal Case: दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के PA की मुश्किलें बढ़ गई हैं. 2018 में भी तत्कालीन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट की घटना हुई थी.
17 May, 2024
Swati Maliwal Case: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल का पिटाई का मामला गरमा गया है. विपक्षी दलों को छोड़ दें तो भारतीय जनता पार्टी के तमाम AAP मुखिया नेता अरविंद केजरीवाल पर हमलावार हैं. CM आवास पर स्वाति मालीवाल की पिटाई का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले देश के वरिष्ठ IAS अधिकारी अंशु प्रकाश की पिटाई भी हो चुकी है. इस मामले ने भी खूब तूल पकड़ा था. अंशु प्रकाश की पिटाई के मामले में तो अमानतुल्लाह और प्रकाश जारवाल को कोर्ट द्वारा आरोपी तक बनाया जा चुका है, जबकि अरविंद केजरीवाल समेत कुल 9 AAP बरी हो चुके हैं.
19 फरवरी 2018 में भी हुई यही घटना
ऐसा पहली बार नहीं है, जो दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर किसी के साथ मारपीट हुई हो, बल्कि इससे पहले भी ऐसा मामला सामने आ चुका है. दरअसल, 19 फरवरी साल 2018 की आधी रात 12 बजे केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर तत्कालीन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी और मारपीट की घटना के बाद 21 फरवरी की सुबह सिविल लाइंस थाना पुलिस ने वीके जैन से पूछताछ की थी. पहले तो उन्होंने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन दिल्ली पुलिस ने अगले दिन 22 फरवरी को मजिस्ट्रेट के सामने बंद कमरे में उनका धारा-164 के तहत बयान दर्ज करवा दिया था, ताकि वह सबकुछ सच बता सकें. मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान में उन्होंने घटना की पूरी घटना उजागर कर दी थी. तभी पुलिस ने उन्हें केस का मुख्य चश्मदीद गवाह बना लिया था. इसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आरोपी बनाया गया था. केजरीवाल-सिसोदिया के अलावा 11 विधायकों के नाम भी इस चार्जशीट में शामिल थे.
2018 में भा चर्चा में थे बिभव कुमार
19 फरवरी 2018 में तत्कालीन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी और मारपीट की घटना में भी सीएम केजरीवाल के राइट हैंड कहे जाने वाले बिभव कुमार का नाम सामने आया था. उस वक्त भी अरविंद केजरीवाल के PA के उपर बदसलूकी के बड़े इल्जाम लगे थे.
रात 12 सीएम के घर क्यों गए थे अंशु प्रकाश?
उत्तरी दिल्ली के तत्कालीन एडिशनल डीसीपी हरेंदर सिंह के अनुसार, सीएम अरविंद केजीरवाल के तत्कालीन सलाहकार वीके जैन ने अपने बयान में कहा था कि एक साजिश के तहत सीएम ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को बैठक के लिए मुख्यमंत्री आवास पर बुलाया गया था. इसके बाद वहां उनके साथ मारपीट की गई. वीके जैन ने अपने बयान में यहां तक कहा था कि उनकी आंखों के सामने ही मुख्य सचिव से मारपीट हुई थी. पुलिस के मुताबिक, वीके जैन से 19 फरवरी, 2018 की देर रात बैठक बुलाने की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी ऐसा करते हैं, इसलिए देर रात बैठक बुलाई गई. इसके बाद रात को अंशु प्रकाश की पिटाई की गई थी.
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