Indian democracy: पश्चिम में भारतीय लोकतंत्र को लेकर कई झूठी और गलत कहानियां बनाई जा रही हैं. ऐसा भारतीय अमेरिकी चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. भरत बराई का कहना है. उन्होंने भारत के अंदर हिंसा की खुलेआम योजना बनाने और उनका समर्थन करने वाले सिख अलगाववादियों और भारतीय नेताओं के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की आलोचना की.
14 May, 2024
India and America: भारतीय अमेरिकी चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. भरत बराई ने कहा है कि पश्चिम में भारतीय लोकतंत्र के बारे में गलत खबर और झूठी कहानी बनाई जा रही है. शिकागो के ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. बहरत बरई ने भारत के अंदर हिंसा की खुलेआम योजना बनाने और उनका समर्थन करने वाले सिख अलगाववादियों और भारतीय नेताओं के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘खालिस्तान की समस्या केवल कनाडा में है, शायद थोड़ी सी अमेरिका में भी है. अमेरिकी सरकार चाहे तो उन्हें जमीन का एक टुकड़ा दे दे, वे खुश रहें. आखिरकार वे विदेशी नागरिक हैं. वे या तो अमेरिका के नागरिक हैं या कनाडा के. भारत में जो हो रहा है उसमें हस्तक्षेप करने का उन्हें क्या अधिकार है?’
कनाडा के PM को दे देनी चाहिए जमीन
भरत बराई ने कहा, ‘अगर वे अपने लिए एक अलग जमीन चाहते हैं, तो कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को उन्हें ये जमीन देनी चाहिए. अगर अमेरिका सोचता है कि ये एक अच्छा विचार है, तो हम अब्राहम लिंकन (वाशिंगटन डीसी में स्मारक) के ठीक सामने खड़े हैं. जब दक्षिण अलग होना चाहता था तो उसने क्या किया? हमारे बीच गृह युद्ध हुआ. वाशिंगटन डीसी में उन्हें राष्ट्रपिता के रूप में मनाया जा रहा है.’
खालिस्तान नहीं है भारत की समस्या
उन्होंने कहा, ‘ये (खालिस्तान) भारत की समस्या नहीं है. भारतीय सिख इससे कोई लेना-देना नहीं चाहते। ये विदेश में जन्मे या विदेश में रहने वाले, सिख और उनका एक बहुत छोटा सा हिस्सा है.’ डॉ. बरई ने कहा, ‘मेरी भावना ये है कि पश्चिम में कुछ लोग अभी भी औपनिवेशिक मानसिकता रखते हैं. वे अब भी सोचते हैं कि वे दुनिया के सर्वोच्च न्यायाधीश हैं. वे वही हैं जो दुनिया के किसी भी दूसरे देश में क्या होता है इसका फैसला करने वाले हैं और वे अयातुल्लाह बनने जा रहे हैं जो अंतिम निर्णय देंगे.’
भारत की 10 सालों की प्रगति
डॉ. बरई ने कहा कि भारत ने पिछलों 10 सालों में काफी प्रगति की है. उन्होंने कहा, ‘ये एक अलग भारत है. पिछले 10 सालों में भारत ने बहुत प्रगति की है. वे दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं. सैन्य नजरिए से भी वे प्रगति कर रहे हैं. वे अमेरिका के दोस्त हैं, वे ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी के दोस्त हैं. इसलिए भारत को इस तरह की आलोचना से रोका नहीं जा सकता.’
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