Biogas Plant: जम्मू में जानवरों और कृषि अपशिष्टों से बनने वाली बायोगैस एनर्जी यहां लोगों के जीवन में बदलाव लेकर आई है.
13 May, 2024
Biogas Plant: स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक पहल गोबरधन परियोजना है. जिसका उद्देश्य मवेशियों के अपशिष्ट(waste) से बायोगैस बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों को साफ रखा जा सके. बायोगैस से सीमावर्ती गांवों में लोगों का जीवन बदल रहा है. जम्मू में बायोगैस ग्रामीण परिवारों के लिए वैल्यूएबल अल्टरनेटिव स्रोत के रूप में उभर रहा है. जानवरों और कृषि अपशिष्टों से बनने वाली बायोगैस एनर्जी यहां लोगों के जीवन में बदलाव लेकर आई है. इसके साथ ही लोगों को साफ और सस्ती गैस मुहैया करा रही है.
13 से ज्यादा गांवों में मिनी बायोगैस प्लांट लगाए गए
लोगों का कहना है कि पहले हम एलपीजी गैस भरवाते थे, हमें इसके लिए बहुत दूर जाना पड़ता था. फिर हमने अपना बायोगैस प्लांट बनाया और गाय भी पालीं. प्रधानमंत्री जी को बहुत धन्यवाद, जिन्होंने हमें यह योजना दी. बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत सेरी पंचायत में आने वाले 13 से ज्यादा गांवों में मिनी बायोगैस प्लांट लगा गए हैं. सरकारी योजनाओं की मदद से कई गांवों में लोगों ने एलपीजी सिलेंडर और लकड़ी की जगह बायोगैस प्लांट लगवा लिए हैं. जम्मू के लोगों की मानें तो मजबूत सामुदायिक भागीदारी से प्रेरित ये बायोगैस प्लांट न केवल उनकी गैस की जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि प्रदूषण को रोकने में भी मददगार साबित होगा.
पर्यावरण की भी हो रही सुरक्षा
मवेशियों के गोबर को ग्रामीण बायोगैस में डालते हैं और इससे एक साल के लिए रसोई गैस तैयार हो जाती है. बायोगैस में इस्तेमाल के बाद बचा हुआ पदार्थ बेहतर जैविक खाद के रूप तैयार हो जाता है. जिसे ग्रामीण अपने खेतों में डाल देते हैं और खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है. गोबर गैस प्लांट से घर को रोशनी भी मिलती है. लोगों का कहना है कि जब रात में बिजली चली जाती थी तो हम लोग दीए की रोशनी का सहारा लेते थे, लेकिन अब गोबर गैस प्लांट के कारण बिजली जाती ही नहीं है. इसके साथ ही ईंधन के लिए पेड़ों की कटाई नहीं होने से पर्यावरण की भी सुरक्षा हो रही है.