पवित्र शहर

स्वर्ण मंदिर सिखों के पवित्र शहर अमृतसर में स्थित है.

गोल्डन गुंबद

स्वर्ण मंदिर अपने पूर्ण सुनहरे गुंबद के लिए प्रसिद्ध है, यह सिखों के सबसे पवित्र तीर्थ स्थानों में से एक है.

दो मंजिला इमारत

यह मंदिर 67 फीट वर्गाकार संगमरमर पर बना है और यह दो मंजिला संरचना है.

निर्माण कार्य

महाराजा रणजीत सिंह ने इमारत के ऊपरी आधे हिस्से का निर्माण लगभग 400 किलोग्राम सोने की पत्ती से करवाया था.

स्थापना

स्वर्ण मंदिर की स्थापना सिखों के चौथे गुरु, गुरु राम दास ने की थी.

रामायण से नाता

यहीं पर ऋषि वाल्मिकी ने महाकाव्य रामायण लिखा था.

राम-सीता वनवास

ऐसा माना जाता है कि राम और सीता ने अपना चौदह वर्ष का वनवास सिख धर्म के केंद्र अमृतसर में बिताया था.

अकाल तख्त

ग्रंथ साहिब को दिन के दौरान मंदिर में रखा जाता है और रात में अकाल तख्त या शाश्वत सिंहासन में रखा जाता है.