India Maldives Relations: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री के साथ बैठक में कहा कि पड़ोसियों के रूप में हमारे संबंधों का विकास स्पष्ट रूप से आपसी हितों और पारस्परिक संवेदनशीलता पर आधारित है.
09 May, 2024
India Maldives Relations: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ गुरुवार को बैठक की. इस दौरान एस. जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के रिश्तों का विकास आपसी हित और पारस्परिक संवेदनशीलता पर आधारित है. छह महीने पहले मालदीव में चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद पहली उच्च स्तरीय यात्रा के तहत ज़मीर दिल्ली दौरे पर हैं.
बैठक से रिश्तों को मजबूत बनाने में मिलेगी मदद
जमीर के साथ अपनी बातचीत शुरू करते हुए जयशंकर ने कहा कि करीबी और निकटतम पड़ोसी होने के नाते हमारे संबंधों का विकास स्पष्ट रूप से आपसी हितों और पारस्परिक संवेदनशीलता पर आधारित है. उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक भारत का सवाल है ये हमारी पड़ोसी प्रथम नीति और सी विजन के संदर्भ में व्यक्त किए गए हैं. मुझे उम्मीद है कि आज की हमारी बैठक हमें कई चीजों को मजबूत करने में सक्षम बनाएगी. उन्होंने कहा कि मुइज्जू द्विपीय राष्ट्र से भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी पर जोर दे रहे हैं, जिससे दोनों देशों के संबंधों में गंभीर तनाव पैदा हो गया था. भारत पहले ही अपने अधिकतर सैन्यकर्मियों को वापस बुला चुका है. मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैन्य टुकड़ियों की वापसी के लिए 10 मई की समय सीमा तय की है.
अनुकूल शर्तों पर वित्तीय सहायता दी
जयशंकर ने कहा कि भारत मालदीव को विकास सहायता देने वाले देशों में प्रमुख है. हमारी परियोजनाओं से आपके देश के लोगों को लाभ हुआ है. हमने जीवन की गुणवत्ता में योगदान दिया है. इनमें बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सामाजिक पहल से लेकर चिकित्सा निकासी और स्वास्थ्य केंद्र तक शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हमने पहले भी अनुकूल शर्तों पर वित्तीय सहायता दी है. भारत कई मौकों पर मालदीव के लिए सबसे पहले आगे बढ़कर मदद देने वालों में रहा है. जयशंकर ने कहा कि हमारे सहयोग ने साझा गतिविधियों, उपकरण, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के माध्यम से आपके देश की सुरक्षा और कल्याण को भी मजबूत किया है.
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