Jal Jeevan Mission scam: सीबीआई ने राजस्थान में केंद्र द्वारा वित्त पोषित जल जीवन मिशन योजना घोटाला मामले में प्राथमिकी दर्ज की है.
07 May, 2024
Jal Jeevan Mission scam: सीबीआई ने राजस्थान में केंद्र द्वारा वित्त पोषित जल जीवन मिशन योजना घोटाला मामले में प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें जयपुर स्थित ठेकेदारों ने राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग से टेंडर हासिल करने के लिए कथित तौर पर इरकॉन द्वारा जारी फर्जी समापन प्रमाणपत्र (Completion Certificate) का इस्तेमाल किया था. अधिकारियों ने खुद इसकी जानकारी दी है.
जालसाजी और धोखाधड़ी का आरोप
उन्होंने कहा कि एजेंसी ने राजस्थान के सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग के कार्यकारी अभियंता विशाल सक्सेना और श्याम ट्यूबवेल और गणपति ट्यूबवेल के मालिकों पदमचंद जैन और महेश मित्तल पर कथित आपराधिक साजिश, जालसाजी और धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है. उन्होंने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई पिछले साल अगस्त में दर्ज आठ महीने लंबी प्रारंभिक जांच के निष्कर्ष के बाद हुई है.
पांच प्रमाण पत्र किए गए थे जमा
जांच में यह बात सामने आई है कि गणपति ट्यूबवेल और श्या ट्यूबवेल ने जल जीवन मिशन के तहत अनुबंध प्राप्त करने के लिए अपनी बोली दस्तावेजों के साथ इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन इंटरनेशनल लिमिटेड (IRCON) द्वारा जारी पुरस्कार पत्र के साथ पांच पूर्णता प्रमाण पत्र जमा किए थे. अधिकारियों ने बताया कि जब पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता ने गणपति ट्यूबवेल और श्याम ट्यूबवेल इरकॉन बेंगलुरु कार्यालय को जारी प्रमाणपत्रों को सत्यापित करने की मांग की तो उन्हें जाली घोषित कर दिया गया.
झूठे पाए गए दावे
उन पर आरोप है कि सक्सेना को दोनों कंपनियों को जारी किए गए पूर्णता प्रमाणपत्रों को सत्यापित करने के लिए कहा गया था. अधिकारी ने केरल में विभिन्न स्थानों पर जांच की और अपनी रिपोर्ट में कहा कि पूर्णता प्रमाण पत्र में दिखाया गया काम इरकॉन के लिए कंपनियों द्वारा किया गया था. उन्होंने कहा कि दावे कथित तौर पर झूठे पाए गए हैं.
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