Blue Corner Notice: कर्नाटक सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ इंटरपोल ‘ब्लू कॉर्नर’ नोटिस जारी किया है. पिछले महीने प्रज्वल रेवन्ना के करीब 3 हजार वीडियो सामने आए. उनमें उसे कथित तौर पर सैकड़ों महिलाओं का यौन शोषण करते दिखाया गया.
07 May, 2024
प्रज्वल रेवन्ना (Prajwal Revanna) कर्नाटक (Karnataka) की हासन सीट से एनडीए उम्मीदवार है. मामला सामने आने के बाद वो राजनयिक पासपोर्ट पर देश से भाग गया. इसके बाद उसके पिता और जेडीएस विधायक एच. डी. रेवन्ना को कथित तौर पर एक महिला का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि वो महिला भी एक वीडियो में दिखी थी. इंटरपोल का ब्लू कॉर्नर नोटिस क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन किसी शख्स की पहचान, जगह और गतिविधियों के बारे में जानकारी लेने के लिए जारी किया जाता है.
Blue Corner Notice: इंटरपोल नोटिस क्रिमिनल की गतिविधियां की देता है जानकारी
सीबीआई के पूर्व असिस्टेंड डायरेक्टर (CBI Assistant Director) नरेंद्र सिंह खराया (Narendra Singh Kharaya) कहना है कि 7 तरह के नोटिस होते हैं – रेड कॉर्नर, ब्लू कॉर्नर. आपने उनके बारे में सुना होगा. ब्लू कॉर्नर एसआईटी बैंगलोर ने जारी किया है, जो बेंगलुरू में हुए क्रिमिनल स्कैंडल की जांच कर रही है. ब्लू कॉर्नर नोटिस का मकसद है कि भारत समेत इंटरपोल के सभी देश आरोपित की जगह, उसकी मौजूद गतिविधियां इत्यादि के बारे में जानकारी दें. इसके बाद ये जानकारियां जांच कर रही एजेंसी को दी सौप दी जाती हैं.
Blue Corner Notice: 7 तरह के होते हैं इंटरपोल नोटिस
इंटरपोल नोटिस 7 तरह के होते हैं. इनके नाम रेड, यलो, ब्लू, ब्लैक, ग्रीन, ऑरेंज और पर्पल हैं. अमूमन ब्लू कॉर्नर नोटिस क्रिमिनल एक्टिविटी दर्ज होने के बाद जारी किया जाता है. ये रेड कॉर्नर नोटिस मुकदमा चलाने या सजा देने के बाद किसी भगोड़े को गिरफ्तार करने के लिए जारी किया जाता है.
गौरतलब है कि इंटरपोल ने भगोड़े गॉडमैन नित्यानंद को तलाश करने के लिए 2020 में ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया था. यौन शोषण और रेप के आरोप के बाद वो 2019 में देश छोड़कर भाग गया था. अमूमन रेड कॉर्नर नोटिस उन भगोड़ों के लिए जारी किया जाता है जिन पर मुकदमा चलाया जाना है या फिर सजा देनी है.
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