Atul Kumar Anjan Passes Away: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कद्दावर नेता अतुल अंजान का शुक्रवार को निधन हो गया. बताया जा रहा है कि वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे.
03 May, 2024
Atul Kumar Anjan Death : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान (Atul Kumar Anjan) का लखनऊ में निधन हो गया. मिली जानकारी के अनुसार, पिछले एक महीने से अतुल कुमार अंजान (69) लखनऊ स्थित गोमतीनगर के एक अस्पताल में एडवांस स्टेज के कैंसर से जूझ रहे थे. यहां पर बता दें कि उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के अध्यक्ष के रूप में 1977 में राजनीति की शुरुआत की थी. इसके बाद अतुल अंजान सामाजिक न्याय और वामपंथी राजनीति का बड़ा चेहरा बने.
वामपंथी राजनीति में थे बड़ा चेहरा
अक्सर टेलीविजन चैनलों पर डिबेट में नजर आने वाले अंतुल कुमार अंजान वामपंथी राजनीति में बड़ा चेहरा थे. वह अपनी बात तर्कों और तथ्यों के साथ रखते थे. यही वजह थी कि उन्हें सुना जाता था. चुनाव प्रचार के दौरान वह उम्दा भाषण देते थे. किसानों और मजदूरों के पक्ष में वह अपनी बात ठोस तरीके से रखते थे. यही वजह थी कि यह वर्ग उनका खूब सम्मान करता था.
20 वर्ष की उम्र में बने विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष
यहां पर बता दें कि वामपंथी विचारों से प्रेरित अतुल अंजान ने सिर्फ 20 साल की उम्र में सबसे पहले छात्र राजनीति में कदम रखा था. प्रखर वक्ता होने के चलते वह जल्द ही सबके मन पर गहरा प्रभाव छोड़ते थे. यही वजह है कि सबसे पहले नेशनल कॉलेज स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष बने. इसके अलावा अतुल अंजान ने कुल 4 बार लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव जीता था. यह भी कम लोग जानते हैं कि अतुल अंजान के पिता एपी सिंह ने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन की गतिविधियों में हिस्सा लिया था.
कई भाषाओं के जानकार थे अतुल
अतुल अंजान की सबसे बड़ी खूबी यह थी कि वह तर्कों और तथ्यों के साथ अपनी बात रखते थे. यहां तक कि वह आधा दर्जन भाषाओं की जानकारी रखने वाले दिग्गज नेता था. बहुत कम लोग जानते हैं कि अतुल अंजान उत्तर प्रदेश के पुलिस-पीएसी विद्रोह के प्रमुख नेताओं में से एक थे. य़हां तक कि उन्होंने राजनीतिक करियर में उन्होंने 4 साल की जेल भी काटी थी.
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